रूसी संसद में गूंजे पुतिन-पुतिन के नारे, भारत और चीन जैसे देशों की मदद से रुख पलटने का संकेत
International Desk | BTV bharat
यूक्रेन से चल रहे युद्ध को एक साल पूरा होने वाला है और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बरसी से ठीक पहले कीव का दौर किया। अब बारी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की थी, जिन्होंने बाइडेन के दौरे के अगले ही दिन देश को संबोधित किया। संसद में बोलते हुए पुतिन ने युद्ध का ठीकरा पूरी तरह अमेरिका और पश्चिमी देशों पर फोड़ा। इसके साथ ही उन्होंने अपनी सफलताओं का भी जिक्र किया।
4 प्रांतों के विलय का जिक्र किया तो हर सांसद खड़ा हो गया
पुतिन ने जब संसद में यूक्रेन के 4 प्रांतों के विलय का जिक्र किया तो हर सांसद खड़ा हो गया और तालियां बजाते हुए पुतिन-पुतिन के नारे लगाने लगा। व्लादिमीर पुतिन ने इस दौरान भावुक भाषण देकर रूसियों का साथ मांगा तो वहीं पश्चिमी देशों पर तीखा हमला भी बोला। उन्होंने सांसदों, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और टॉप कमांडरों से कहा कि वे उन लोगों को न भूलें, जिन्होंने संयुक्त रूस की खातिर बलिदान दिया है। युद्ध में मारे गए सैनिकों के परिजनों के लिए उन्होंने स्पेशल फंड का भी ऐलान किया। इसके अलावा अमेरिका पर चुनौती पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि रूसियों की सुरक्षा में हम पीछे नहीं हटेंगे।
अमेरिका हथियार बेचने के लिए युद्ध को बढ़ावा दे रहा है
पुतिन ने कहा कि अमेरिका हथियार बेचने के लिए युद्ध को बढ़ावा दे रहा है। उसने यूक्रेन में भी इराक और सीरिया वाला हाल किया है। व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में इकॉनमी को पश्चिम की बजाय एशियाई देशों से जोड़ने की बात भी कही। पुतिन ने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि वह चीन और भारत की ओर संकेत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिम के मतलबी और लालची देशों की बजाय हम एशिया की ओर से रुख करेंगे। इस दौरान उन्होंने एशियाई देशों से अपील करते हुए कहा, ‘नए प्रोजेक्ट लॉन्च करिए। पैसा कमाइए और रूस में निवेश करिए।