नई दिल्ली। दिल्ली में इन दिनों नाम बदलने की राजनीति जोरों पर है। एक ओर जहां भाजपा ने दिल्ली के कई गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव सरकार को भेजा। वहीं मंगलवार को हिंदू संगठन कुतुब मीनार (Qutub Minar) पर प्रदर्शन के लिए पहुंचा और इसके नाम बदलने की मांग की। संगठन आज कुतुब मीनार (Qutub Minar) परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ करने वाला था, जिसके तहत पुलिस ने पहले ही उन्हें रोकने के लिए चारों ओर बैरिकेड लगा दिए थे। बता दें कि प्रदर्शनकारी कुतुब मीनार का नाम बदलकर ‘विष्णु स्तंभ’ करने की मांग कर रहे थे।
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कुतुबमीनार में उल्टी लगीं भगवान गणेश की दो मूर्तियां
बता दें कि हिंदू संगठनों को खासकर कुतुबमीनार में उल्टी लगीं भगवान गणेश की दो मूर्तियों को लेकर अधिक नाराजगी है। उनका कहना है कि वहां मस्जिद में लगीं मूर्तियां को देखकर लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं, इन्हें हटाया जाना चाहिए। इन संगठनों ने मांग की है कि मस्जिद के ढांचे पर लगीं सभी मूर्तियां निकालकर इन्हें प्रतिष्ठित किया जाए और उन्हें पूजा करने की अनुमति दी जाए।
इसके साथ ही कुतुबमीनार का नाम विष्णु स्तंभ किए जाने की भी मांग उन्होंने उठा दी है। इन मांगों को लेकर यूनाइटेड हिन्दू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने अन्य हिन्दू संगठनों को साथ लेकर मंगलवार को कुतुबमीनार परिसर में हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं करने दिया।
सभी मूर्तियां ढांचे से निकाली जाएं
उन्होंने कहा कि हम लोग वहां शांतिपूर्वक जाएंगे और हनुमान चालीसा का वहां पाठ करेंगे। बता दें कि कुुतुबमीनार परिसर में स्थित कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद में पीछे की तरफ गणेश जी की दो मूर्तियां लगी हैं।
गणेश जी की एक और मूर्ति उल्टी स्थिति
एक मूर्ति मस्जिद की नाली के ठीक ऊपर उल्टी स्थिति में लगी है। एएसआइ ने इसके ऊपर लोहे का जाल लगाकर इसे ढंक दिया है। इससे कुछ दूरी पर गणेश जी की एक और मूर्ति उल्टी स्थिति में लगी है। विवादित ढांचे में मूर्तियों के माध्यम से है कृष्ण अवतार का वर्णन भी किया गया है ढांचे पर एक स्थान पर भगवान कृष्ण के अवतार का वर्णन मूर्तियों के माध्यम से किया गया है।
मूर्ति में भगवान कृष्ण के जेल में अवतार
ये मूतियां भी ढांचे में पीछे की तरफ लगी हैं। जिसमें पहली मूर्ति में भगवान कृष्ण के जेल में अवतार है, दूसरी मूर्ति में वसुदेव का यमुना को पार करने का ²श्य है इसी तरह यशोदा की बगल में भगवान कृष्ण को सुला देने है। इन सब मूर्तियों के माध्यम से दर्शाया गया है।
कुछ माह पहले राष्ट्रीय संस्मारक प्राधिकरण (एनएमए) के चेयरमैन तरुण विजय द्वारा इस बारे में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) को पत्र लिखने के बाद से मामला एक बार फिर गरमाया हुआ है।उन्होंने भी कुतुब परिसर में स्थित विवादित ढांचे में उल्टी लगीं भगवान गणेश की दो मूर्तियों आदि को हटाने की मांग की है।