नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को जबलपुर में ऑल इंडिया स्टेट ज्यूडिशियल एकेडमीज डायरेक्टर्स रिट्रीट कार्यक्रम में आज शामिल हुए। इस दौरान उनके साथ मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, CJI शरद अरविंद बोबडे, और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई मंत्री, विधायक और अधिकारी शामिल हुए।
Madhya Pradesh: President Ram Nath Kovind attends All India State Judicial Academies Directors Retreat in Jabalpur.
Chief Minister Shivraj Singh Chouhan, Governor Anandiben Patel and CJI SA Bobde were also present pic.twitter.com/k3vsq0S17e
— ANI (@ANI) March 6, 2021
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मौके पर कहा-देश की अदालतों में लंबित मामलों को निपटाने के लिए प्रशिक्षण का दायरा बढ़ाया जाए। उन्होंने शिक्षा, संगीत एवं कला को संरक्षण और सम्मान देने वाले जबलपुर को आचार्य विनोबा भावे ने ‘संस्कारधानी’ कहकर सम्मान दिया। आगे उन्होंने कहा वर्ष 1956 में स्थापित मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायपीठ ने जबलपुर को विशेष पहचान दी।
राष्ट्रपति ने कहा मुझे यह देखकर प्रसन्नता होती है कि न्याय व्यवस्था में तकनीक का प्रयोग बहुत तेज़ी से बढ़ा है। देश में 18,000 से ज़्यादा न्यायालयों का कंप्यूटरीकरण हो चुका है। लॉकडाउन की अवधि में जनवरी, 2021 तक पूरे देश में लगभग छिहत्तर लाख मामलों की सुनवाई वर्चुअल कोर्ट्स में की गई।
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भारत की न्यायपालिका सबसे अधिक प्रतिष्ठित
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा आज एक बात मैं गर्व से कहता हूं कि भारत की न्यायपालिका को वो प्रतिष्ठा प्राप्त है कि आम आदमी को यह विश्वास है कि न्यायपालिका से हर हाल में हमको न्याय मिलेगा। भारत की न्यायपालिका दुनिया की सबसे अधिक प्रतिष्ठित न्यायपालिकाओं में से है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा जितनी भी व्यवस्थाएं मानव सभ्यता के उदय के बाद बनीं हैं, अंतत: सबका एक ही लक्ष्य है, एक ही केंद्र है। आम आदमी को कैसे सुखी कर पाएं। रोटी, कपड़ा, मकान आदि की भौतिक आवश्यकताएं यदि पूरी हो जाएं तो मनुष्य सुखी हो जाएगा।