नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा जगत में कई सारी कहानियां रोज दर्शकों के लिए तैयार की जाती है। ऐसी कहानियां जो दर्शकों का मनोरंजन कर सके, ऐसी कहानियां को समाज पर अपनी छाप छोड़ सके, ऐसी कहानियां को दर्शकों के बीच में याद रखी जा सके। ऐसे में बड़े बजट से लेकर छोटे बजट तक हम टेलीविजन पर देखते है, इसी लिस्ट में छोटे वजह की एक कहानी ये मर्द बेचारा (Ye mard Bechara) कल रिलीज होने वाली है। तो हम आपको इस फिल्म को लेकर कुछ जानकारी देते है।
फिल्म की कहानी-
ये मर्द बेचारा कम वजट की फिल्म है जो कि समाज में चल रहे एक पहलू ( मर्द का दर्द नही होता है) को दिखाती है और उसको बदलने पर यकीन रखती है। इस फिल्म की पूरी कहानी कहीं ना कहीं शिवम के आस पास ही धूमती है। शिवम नाम का लड़का जो फरीदाबाद में अपने परिवार के साथ रहता है।
शिवम के पिता उसे साफ कर देते हैं कि उनके खानदान की परंपरा है कि मूछें ही मर्दों की निशानी है और उसे भी वो रखनी ही पड़ेंगी। पिता की इज्जत करने वाला शिव ये करता तो है लेकिन मूछों के चलते उससे लड़कियां नहीं पटती। इस फिल्म में हर कोई शिवम को यही यही समझाने पर लगा हुआ है कि आखिर असली मर्द कैसा होना चाहिए। मर्द को क्या करना चाहिए और क्या नही, मर्द को दर्द क्यूं नही होता।
और दूसरी तरफ शिवम को इस मूंछ के चक्कर में शिव को अपनी प्रेमिका शिवालिका नहीं मिलती। शिवालिका को पाने के लिए शिवम बॉडी बनाने से लेकर मूंछ मुंडवाने तक सारे काम करता है लेकिन इस सारी कोशिश के बीच उसे बार-बार ‘मर्द होने के लिए क्या करना चाहिए’ जैसी सलाहे मिलती रहती हैं। और शिवम अकेला सब संभालते सभांलते थक जाता है और फंस जाता है समाज की बनाई परंपराओं और खुद के बीच में। आखिर आगे क्या होता है क्या नही इसको जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
अनुप थापा का डायरेक्सन-
वहीं अगर हम बात करें कि क्या अलग रहा फिल्म में तो डायेक्टर अनूप थापा ने कहानी से लेकर म्यूजिक तक सब कुछ बहुत ही प्यारा और अलग रखने की कोशिश की है जिसमें वो सफल भी रहे है। फिल्म में किरदारों ने भी अच्छा काम किया है, और डायलॉक डिलेवरी भी काफी अच्छी रही है जो कि दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आर्किषत करती है। हां बस जो नए कलाकार थे वो चाहते तो काफी अच्छा अपना काम कर पाते परंतु उनके काम की वजह से फिल्म थोड़ी कमजोर साबित हो रही है।
देखना चाहिए या नही-
जहां तक की फिल्म को देखने की बात है तो अगर आपको हल्का-फुल्का फैमिली ड्रामा देखना पसंद है तो ये फिल्म आपका ठीक ठाक मनोरंजन करेगी। इसमें छोटे शहर की आम परिवार बाकी कहानी आम तरीके से दिखाई गई है। और इस फिल्म में कई मुद्दे बड़ी बेबाकी से दिखाए गए हैं जिसकी तारीफ की जानी चाहिए। वहीं मुख्य किरदारों में ज्यादा दम नही है। तो ज्यादा उम्मीदे लेकर ना जाए पंरतु हां एक कहानी देखने का मन है तो जरुर जाए।
फिल्म से जुड़ी जानकारी-
फिल्म- ये मर्द बेचारा
डायरेक्टर- अनूप थापा
संगीत- अनूप थापा
कलाकार- विराज राव, मनुकृति पाहवा, सीमा पाहवा, बृजेंद्र काला, अतुल श्रीवास्तव अन्य
शैली- फैमली कॉमेडी ड्रामा
रिलीज- 19 नवबंर
रेटिंग- 2.5
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