नई दिल्ली। किसानों ने केंद्र सरकार (Central Government) पर वादों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने सोमवार को ‘विश्वासघात दिवस’ (Betrayal Day) मनाया। वहीं, गुरुवार को दोपहर में दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने कहा कि, 9 दिसंबर को केंद्र सरकार ने जो किसानों से वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया गया है। इसलिए विश्वासघात दिवस मनाया गया।
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बिजली बिल के मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं
शिव कुमार शर्मा ने कहा, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कमेटी नहीं बनाई गई है। किसानों के ऊपर से केस भी वापस नहीं लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली बिल के मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पराली के मुद्दे पर सरकार ने कुछ नहीं किया है। सरकार ने पांच बिंदुओं पर वादा खिलाफी की है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), डॉ दर्शन पाल, हन्नान मौल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल और जोगिंदर सिंह उगराहं ने भी हिस्सा लिया है.
सरकार अजय मिश्रा टेनी को बचाने में जुटी
किसान नेता (Samyukt Kisan Morcha) हन्नान मौला ने कहा कि, हम लोग अब गांव और मोहल्ल के लेवल पर जाकर लोगों से बात करेंगे। योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि लखीमपुर ने किसानों को कुचल दिया गया, लेकिन सरकार ने इस पर कुछ नहीं किया। सरकार केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे को बचाने की कोशिश कर रही थी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को बचाने की कोशिश की जा रही है। लखीमपुर मामला बीजेपी का ग्राफ नीचे लेकर आ गया है। अब इसका प्रभाव देशभर में देखने को मिलेगा। लखीमपुर के दोषियों को सजा दिलवाने के लिए हम आंदोलन तेज करेंगे।
सरकार के किसान विरोधी रुख से दिक्कत
योगेंद्र यादव ने कहा, संयुक्त किसान मोर्चा इस बजट को किसानों से बदला लेने की हरकत के रूप में देखता है। ये सरकार अहंकारी है। संयुक्त किसान मोर्चा को इस सरकार के किसान विरोधी रुख से दिक्कत है। उन्होंने कहा, हमने एक सवालों का पर्चा बनाया है जो हम लोगों को देंगे और अपील करेंगे कि जो भी वोट मांगने आए उससे ये सवाल पूछें। गांव-गांव में ये पर्चा बंटवाया जाएगा। हम किसी पार्टी के लिए वोट नहीं मांगने वाले हैं।
वहीं, राकेश टिकैत ने कहा कि पूरे देश में MSP पर खरीद नहीं हो रही है। हम लोग संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) की तरफ से अपील जारी कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने फैसला किया है कि हम वोटर से अपील करेंगे कि किसान विरोधी बीजेपी को सबक सिखाया जाए।