नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) में बदलते हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी की बैठक (CCS) की है। यह अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पिछले 24 घंटे में सीसीएस की दूसरी बैठक है। प्रधानमंत्री ने इस बैठक में अगले कुछ दिनों में अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को निकालने और अफगानिस्तान में हिंदू और सिख समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की रणनीति की समीक्षा की।
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अफगान के हिंदुओं और सिखों को दी जाएगी शरण
सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी सीसीएस की बैठक में कहा कि भारत सरकार अफगानिस्तान के हिंदुओं और सिखों को शरण देने का भी इरादा रखती है। एक बार भारत आने के बाद इन हिंदुओं और सिखों को दर्जा दिया जाएगा और बाद में उन्हें नए बनाए गए नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के तहत नागरिकता दी जाएगी। साथ सरकार ने उन हिंदुओं और सिखों की नई आपातकालीन वीज़ा श्रेणी के तहत ई वीजा आवेदन को प्राथमिकता देने की बात कही है।
बता दें कि मंगलवार शाम को पीएम मोदी के नेतृत्व में सीसीएस की पहली बैठक हुी थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को अगले कुछ दिनों में युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीयों को तेजी से निकालने और उन्हें हरसंभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया। सहायता के लिए अफग़ान भाई-बहन भारत की ओर देख रहे हैं। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने बैठक में भाग लिया।
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बदलते घटनाक्रम पर नजर रख रही है सरकार
गौरतलब है कि भारत सरकार तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर पूर्ण नियंत्रण के बाद और बिगड़ती परिस्थितियों के बीच अफगानिस्तान पर नजर बनाए हुई है। कई अफगान नागरिक देश से भाग गए हैं और उनमें से कई भारत आना चाहते हैं। इन कैबिनेट सदस्यों के अलावा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पीएम के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और कैबिनेट सचिव राजीव गौबा भी बुधवार को हुई बैठक में मौजूद थे।