नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) का कब्जा होने के बाद अब वो अपनी सरकार बनाने की तैयारी पूरी कर चुका है। लेकिन इस बीच मीडिया में ऐसी खबरें आई है कि कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन तालिबान के कब्जे में अब पंजशीर की घाटी भी आ गई है। हालांकि इन खबरों को घाटी के नेताओं ने खंडन किया और दावा किया कि वो तालिबान को अभी भी पूरी टक्कर दे रहे है।
BIHAR: चड्डी-बनियान में घूमने वाले JDU विधायक ने दी सफाई, बोले-मेरा पेट खराब…
तालिबान को मिला पाक का साथ
एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान अपने फायदे के लिए अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार खड़ी करने की पुरजोर कोशिश कर रहा है। इस काम में मदद कर रहे अल-कायदा के आतंकी। ज्ञात हो कि अल-कायदा ने भी तालिबान को अफगानिस्तान की जीत पर बधाई दी थी।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो पंजशीर के Northern Alliance पर हमले के दौरान तालिबान के साथ पाक सैनिकों की मौजूद थे। रिपोर्ट के मुताबिक पंचशीर हमले में मारे गए एक पाक सैनिक के आइडेंटिटी कार्ड की तस्वीर मिली है जिससे यह साफ होता है कि इस लड़ाई में तालिबान का साथ पाक सेना देना रहा। बता दें जो आइडेंटिटी कार्ड की तस्वीर मिली है उस पर पाकिस्तान नागरिक मोहम्मद वसीम का नाम लिखा है।
बता दें कि पंजशीर में हार की खबरें पाकिस्तानी मीडिया के अंदर चल रही थीं। इसके बाद मसूद ने खुद ट्विटर पर आकर कहा कि पंजशीर की हार की खबरें पाकिस्तानी मीडिया में चल रही हैं, यह झूठ है। उन्होंने लिखा कि पंजशीर की हार उनके लिए घाटी में आखिरी दिन होगा।
चीन के जाल में फंसा तालिबान, ड्रैगन बनाएगा नया अफगानिस्तान!
पाक पर आरोप, अमेरिका का खंडन
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इससे पहले पाकिसतान पर आरोप लगाया था कि पाक तालिबान के साथ अपने 10,000 से 15,000 लोगों को काबुल और अफगानिस्तान पर कब्जा करने के लिए भेजा था। हालांकि अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने इन खबरों को गलत बताया।