नई दिल्ली। कोविड महामारी (Covid19) ने लोगों की बीच एक डर, एक असुरक्षा तो पैदा कर ही दी है। अब कोरोना भले कम हो जाए परंतु लोगों के बीच डर खत्म नहीं होगा। ऐसे में इस महामारी (Corona Virus) से बचने और इसके साथ सफर तय करने में लोग पूरी तरह से सावधानी रख रहे है। फिलहाल तो खबर आई है कि एयरपोर्ट, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों से आपको घर तक पहुंचाने वाला टैक्सी ड्राइवर भी अब वैक्सीनेटेड होगा। साथ में कंपनियों ने ड्राइवरों को टीका दिलवाने का अभियान शुरू किया है।
Delhi: कोविड काल में मरने वालों के लिए, सरकार का नया फैसला
Delhi: प्रदूषण के कारण बढ़ रही है समस्या, लोगों को हो रही है सांस लेने में दिक्कत
हर किसी की जिंदगी बहुत महत्वपूर्ण है, हर किसी की जान की सुरक्षा महामारी के समय में होना बहुत जरुरी है। इसी को लेकर कोविड काल में जहां सार्वजनिक वाहनों से लोग दूरी बनाए हुए है तो वहीं कॉमर्शियल वाहनों में बैठने से कतरा रहे है। दरअसल सभी को यह डर है कि कही कोरोना का संक्रमण संचालकों से नहीं फैले। इसे लेकर कॉमर्शियल निजी कंपनियों ने ड्राइवरों को टीका दिलवाने का अभियान शुरू किया है।
वहीं दूसरी तरफ देखे तो मेट्रो सिटी की इस समस्या को देखते हुए उबर कंपनी ने अभी तक 35 हजार से अधिक अपने ड्राइवरों को वैक्सीन लगाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इस साल के अंत तक सभी को वैक्सनी लगाने के लिए उबर ने साढ़े अठारह हजार करोड़ रुपया का फंड भी लगाने का निर्णय लिया है। इसमें ऑटो, टैक्सी और मोटा ड्राइवर को भी वैक्सीन लगवाया गया है।
इसके अलावा खबर तो ये भी आ रही है कि जल्द ही ऐसा भी प्रावधान किया जाएगा जिससे एप के माध्यम से लोगों को पता चल जाए कि उनका टैक्सी ड्रइावर पूरे तरह से कोविड से सुरक्षित है। इस कड़ी में लगातार वाहनों को सेनेटाइज करने का भी निर्देश दिया गया है। ड्राइवरों को संदेश के माध्यम से, चिकित्सा विशेषज्ञों के माध्यम से टीका लगावाने केलिए प्रेरित कराया जा रहा है। ताकि उनके अंदर से किसी तरह के भ्रम को दूर किया जा सके।
आपको बता दे कि कोरोना से सुरक्षा के लिए दिल्ली के अलावा मुंबई, बंगलूरू, आगरा, बरेली, गोरखपुर समेत उत्तर प्रदेश के कई हिस्से में ड्राइवरों को वैक्सीन का पहला डोज दिलाया गया है। कोविड की वजह से ड्राइवरों की मौत पर उनके परिजनों को 75,000 रुपया एकमुश्त सहायता राशि दी जा रही है।