नई दिल्ली। दिल्ली चिड़ियाघर में एक गैंडा, एक बाघिन और मगरमच्छ समेत 10 जानवर आदान- प्रदान कार्यक्रम के जरिए दूसरे राज्यों से लाए जाएंगे । पिछले दो साल में चिड़ियाघर में कई जानवरों की मौत हुई है।
चिड़ियाघर के निदेशक रमेश पांडे ने बताया कि कई सारे नए उपायों के जरिए पिछले छह महीने में चिड़ियाघर में जानवरों की मृत्यु दर में करीब 45 प्रतिशत की गिरावट आयी है। पांडे ने बताया, ‘वर्तमान में चिड़ियाघर में जानवरों की 83 प्रजातियां हैं । जानवरों की 10 से ज्यादा और प्रजातियों को शामिल करने का कार्य चल रहा है।’
उन्होंने कहा कि जैविक उद्यान में चंडीगढ़ के छतबीर चिड़ियाघर से चिंकारा के एक जोड़े को लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों चिड़ियाघर के बीच पक्षियों का भी आदान-प्रदान होगा। इकलौते चिंकारा की पिछले साल 14 जून को मौत हो गयी थी।
दिल्ली चिड़ियाघर कानपुर से शुतुरमुर्ग भी लाने की योजना बना रहा है । चार साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में एकमात्र शुतुरमुर्ग की मौत हो गयी थी। पांडे ने कहा कि प्रजनन के मकसद से उत्तरप्रदेश से एक बाघिन को तथा पटना से एक गैंडा को लाने का प्रयास चल रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय प्राधिकारों ने इस संबंध में उत्तरप्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। अधिकारियों के मुताबिक चिड़ियाघर में फिलहाल दो मादा गैंडे हैं वहीं पटना चिड़ियाघर में 12 गैंडे हैं।
घडिय़ाल को भी लाने की चर्चा चल रही है। चिड़ियाघर में एक भी जिराफ या जेबरा नहीं हैं। पांडे ने बताया, ‘जिराफ जैसे जानवरों को लाने की प्रक्रिया थम गयी है लेकिन हम इस पर काम कर रहे हैं ।’