नई दिल्ली। नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी ने जहां एक तरफ पूरे देश में विवाद को जन्म दे दिया, वहीं दूसरी तरफ राजस्थान के उदयपुर में हुए टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड (Kanhaiya Lal Murder Case) ने हड़कंप मचा दिया है। इस मामले की जांच कर रही NIA ने दोनों आरोपियों मोहम्मद गौस और रियाज को गिरफ्तार करने के बाद अब राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी के हुई पूछताछ में कुछ ऐसे खुलासे हुए हैं जिसने सभी को चौंका दिया है।
जी हां, पांचों आरोपियों से NIA लगातार पूछताछ कर रही है। इसी पूछताछ में सामने आया है कि असल में कन्हैयालाल को दुकान में नहीं बल्कि घर में घुसकर मारने का प्लान था। इतना ही नहीं, मोहम्मद गौस और रियाज ने एक बैकअप प्लान भी तैयार करके रखा हुआ था जिसके लिए पकड़े गए बाकी तीन आरोपी काम करने वाले थे। तो आइये जानते हैं कि आखिर कन्हैयालाल को मारने के लिए मोहम्मद गौस और रियाज का असली प्लान क्या था और बैकअप प्लान के लिए उन्होंने किस तरह की तैयारी की हुई थी।
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घर में घुसकर करना चाहते था कन्हैयालाल की हत्या
सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद गौस और रियाज, दोनों ही कन्हैयालाल को जान से मारने का प्लान बना रहे थे। जब सोशल मीडिया पर कन्हैयालाल को धमकी मिली तो उसने कुछ दिनों के लिए अपनी दुकान बंद कर दी। उस वक्त मोहम्मद गौस और रियाज अपनी प्लानिंग के तहत कन्हैयालाल को घर में घुसकर मारने वाले थे। इसके लिए उन्होंने कन्हैयालाल के घर का पता जानने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नाकाम रहे और उनका ये प्लान फेल हो गया।
आरोपियों ने की थी दुकान की रेकी
प्लानिंग के दौरान ही दोनों आरोपियों ने कन्हैयालाल की दुकान की रेकी भी की थी। घर का पता ना मिलने पर उन्होंने दूसरा रास्ता अपनाना सही समझा। दुकान पर हमला करना उनके लिए आसान भी होता इसलिए वो इसी प्लान के साथ आगे बढ़े और मौका मिलते ही वारदात को अंजाम दे दिया।
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बैकअप प्लान के लिए 3 और लोगों को किया था शामिल
कन्हैयालाल को मारने के प्लान में गड़बड़ी से बचने के लिए मोहम्मद गौस और रियाज ने एक बैकअप प्लान भी तैयार करके रखा हुआ था। इस बैकअप प्लान के लिए दोनों ने तीन और लोगों को अपने साथ शामिल किया था। इस वारदात को अंजाम देने के लिए पहले आरोपियों ने एक मीटिंग की थी। इस बैकअप प्लान में बाकी तीन लोग मोहम्मद गौस और रियाज को सेफ पैसेज देने का काम करते।
ये था बैकअप प्लान
बैकअप प्लान के मुताबिक, इन तीनों लोगों में से दो (मोसिन और आसिफ) कन्हैयालाल की दुकान से थोड़ी दूर खड़े हुए थे, वहीं तीसरा साथी स्कूटी के नजदीक मौजूद था। अगर मोहम्मद गौस और रियाज किसी भी कारण से पकड़े जाते तो ये तीनों मिलकर वहां से बाहर निकालते। इस पूरी वारदात को अंजाम देने के लिए इनके पास खंजर मौजूद थे जिससे भीड़ पर हमला करके ये तीनों मोहम्मद गौस और रियाज को बचा लेते।
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28 जून को हुई थी कन्हैयालाल की हत्या
28 जून को टेलर कन्हैयालाल की हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर की गई थी। इस वारदात को मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर अंजाम दिया था। इतना ही नहीं, हत्या के बाद आरोपियों ने इस मर्डर का वीडियो भी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था। इस वीडियो के साथ उन्होंने एक संदेश भी जारी किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने इस्लाम का अपमान का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया है। बता दें, NIA इस पूरी वारदात की जांच कर रही है जिसमें राजस्थान पुलिस का आतंकवाद रोधी दस्ता भी उनकी मदद कर रहा है।