नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत नये ‘टीचिंग-र्लिनंग एंड रिजल्ट्स फॉर स्टेट्स’ (स्टार्स) कार्यक्रम को मंजूरी दी। विश्व बैंक से सहायता प्राप्त इस कार्यक्रम के तहत 5718 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह घोषणा की। इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन केंद्र सरकार के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा नए केंद्र पोषित कार्यक्रम के रूप में होगा। जावड़ेकर ने बताया कि यह कार्यक्रम हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध प्रदेश, केरल और ओडिशा में लागू होगा।
उन्होंने कहा, ‘इससे शिक्षा में मूलभूत सुधार का मार्ग प्रशस्त होगा। छात्रों के भाषा ज्ञान में सुधार होगा और माध्यमिक शिक्षा पूरी करने की दर में सुधार होगा।’ जावड़ेकर ने कहा कि इस फैसले से राज्यों के बीच सहयोग बढ़ेगा, शिक्षकों का प्रशिक्षण होगा और परीक्षा में सुधार होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में भारत तैयारी के साथ भाग ले सकेगा।
5. प. बंगाल विस चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर लेफ्ट- कांग्रेस की वार्ता अगले सप्ताह
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर कांग्रेस तथा वाम दलों के बीच वार्ता अगले सप्ताह शुरू होगी। पाॢटयों के नेताओं ने बुधवार को यह जानकारी दी।
वाम दल और कांग्रेस ने पिछले एक साल में अनेक मुद्दों पर राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार और केंद्र में भाजपा नीत सरकार का विरोध करते हुए मिलकर प्रदर्शन किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि इस गठबंधन को तार्किक परिणति तक ले जाया जाए और वह है चुनावों के लिए सीट बंटवारा। प्रारंभिक वार्ता अगले सप्ताह शुरू होगी।’
उन्होंने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस और भाजपा सांप्रदायिक आधार पर राज्य के ध्रुवीकरण का प्रयास कर रही हैं और वाम दलों तथा कांग्रेस का कर्तव्य है कि तीसरा विकल्प उपलब्ध कराएं।’ चौधरी ने कहा कि दोनों पक्ष चाहते हैं कि अगले साल अप्रैल-मई में संभावित चुनावों के लिए बातचीत अक्टूबर में शुरू हो जाए ताकि अंतिम समय की ऊहापोह की स्थिति से बचा जा सके।
उन्होंने कहा, ‘बातचीत अब शुरू हो रही है ताकि आखिरी समय में समस्या नहीं हो। हमने 2016 के विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे पर समझौता किया था लेकिन यह आधा-अधूरा था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में हम गठबंधन नहीं कर सके क्योंकि अंतिम क्षण में बातचीत विफल हो गयी।’
माकपा के सूत्रों ने कहा कि वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने हाल ही में चौधरी से फोन पर बात की थी और उनसे जल्द से जल्द बातचीत शुरू करने को कहा था।