नई दिल्ली: यूपी में पंचायत चुनाव को लेकर इस वक्त बड़ी खबर आ रही है। कल ब्लॉक प्रमुख के नामांकन (UP block Pramukh Chunav) के दौरान लखीमपुर में महिला की साड़ी खींचने के आरोप में बीजेपी सांसद रेखा वर्मा के रिश्तेदार यश वर्मा को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। बता दे ये घटना पसगवां ब्लॉक की है। समाजवादी पार्टी का आरोप है कि पसगवां में जब उनकी उम्मीदवार रितु सिंह नामांकन भरने जा रही थी तो रास्ते में बीजेपी के लोगों ने उनकी महिला प्रस्तावक के साथ बदसलूकी और साड़ी खींचने की कोशिश की। अब इस मामले में बीजेपी सांसद रेखा वर्मा के रिश्तेदार यश वर्मा की गिरफ्तारी हुई है।
UP : ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान बवाल, सपा-भाजपा गुट में हुई हाथापाई
संजय सिंह ने लगाया आरोप
इस घटना को लेकर आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया है। संजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा- ”क्या चुनाव आयोग नाम की संस्था समाप्त हो चुकी है? लखीमपुर खीरी में ब्लॉक प्रमुख की प्रस्तावक के साथ खुलेआम गुंडागर्दी की गई। ब्लॉक प्रमुख का चुनाव रद्द हो।”
UP: ब्लाक प्रमुख के चुनाव में लोकतंत्र की मर्यादा का मर्दन हुआ है।
कहीं पत्रकार पर हमला हो रहा है।
कहीं महिला की साड़ी फाड़ी जा रही है।
कहीं पुलिस ही प्रत्याशी का अपरहण कर रही है।
कहीं पूर्व विधान सभा अध्यक्ष पर जानलेवा हमला।
लेकिन सारा राष्ट्रीय मीडिया “गजनी मोड” में https://t.co/whbjtSH49Q— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) July 9, 2021
विरोधी बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं
बता दें कि यूपी में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में नामांकन वापस लेने का आज आखिरी दिन है। कल पर्चा भरने को लेकर बारी बवाल हुआ। जमकर मारपीट हुई, गोलियां चली। अब हिंसा को लेकर विरोधी बीजेपी पर हमला बोल रहे हैं।
बस्ती में हुआ था लाठीचार्ज
बस्ती के गौर ब्लॉक में नामांकन के दौरान पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीटा. आरोप है कि पुलिस की कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। यहां से बीजेपी के जटा शंकर शुक्ला चुनाव के मैदान में है। विरोध में महेश सिंह लड़ रहे हैं।
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समाजवादी पार्टी ने दी थी सफाई
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार बीजेपी की कार्यकर्ता की तरह काम कर रही है। ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भी बीजेपी के गुंडों को प्रशासन सपोर्ट कर रहा है। इससे ज्यादा शर्म की बात किसी सरकार के लिए नहीं हो सकती कि यहां लोकतंत्र की हत्या हो रही है।
बटे दे कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के 825 ब्लॉक प्रमुखों के लिए 10 जुलाई को वोटिंग होगी। 10 जुलाई को ही रात तक सारे नतीजे घोषित हो जाएंगे। सभी पार्टिंयां ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतकर अपना दम खम दिखाना चाहती हैं।