नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण अस्थायी तौर पर चार धाम यात्रा स्थगित है, लेकिन धामों के कपाट निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही खोले जा रहे हैं। उत्तराखंड (Uttarakhand) में भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम (badrinath dham) के कपाट आज ब्रह्म मुहुर्त में 4.15 मिनट पर विधि-विधान, और वेद मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक अनुष्ठान के बाद खोल दिये गये है। ग्रीष्म काल में निरंतर भगवान बदरीविशाल की पूजा-अर्चना होगी। इस मौके पर मंदिर तथा मंदिर मार्ग को श्री बदरी-केदार पुष्प सेवा समिति की ओर से लगभग 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था।
भगवान विष्णु के आठवें बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहुर्त में 4.15 मिनट पर विधि-विधान और धार्मिक अनुष्ठान के बाद कपाटोद्घाटन किया गया। जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मैं भगवान बदरी विशाल से प्रदेशवासियों की आरोग्यता की कामना करता हूं। pic.twitter.com/2TBts0WArR
— Tirath Singh Rawat (@TIRATHSRAWAT) May 18, 2021
सोमवार सुबह योगध्यान बदरी मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद भगवान बदरी विशाल की उत्सव डोली के साथ ही शंकराचार्य गद्दी व गाडू घड़ा बदरीनाथ धाम के लिए रवाना किया गया है। इस दौरान पांडुकेश्वर, विष्णुप्रयाग, लामबगड़ आदि स्थानों पर उत्सव डोली की पूजा-अर्चना की गई। हनुमानचट्टी में भगवान हनुमान के दर्शनों के बाद डोली बदरीनाथ धाम पहुंची।
Portals of Uttarakhand's Badrinath temple open with rituals in a ceremony that took place at 4.15 am today pic.twitter.com/mft1rMe5Rn
— ANI (@ANI) May 18, 2021
श्री कुबेर जी बामणी गांव से लक्ष्मी द्वार से मंदिर प्रांगण पहुंचे। श्री उद्धव जी भी मुख्य द्वार से अंदर पहुंचे। प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुले. इस खास अवसर पर कुछ ही लोग अखंड ज्योति के गवाह बने। रावल द्वारा गर्भगृह में प्रवेशकर मां लक्ष्मी को उनके परिक्रमा स्थित मंदिर में विराजमान किया। जिसके बाद भगवान के सखा उद्धव जी एवं देवताओं के खजांची कुबेर जी मंदिर गर्भगृह में विराजमान हो गए।
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कोरोना महामारी के कारण प्रदेश सरकार ने अस्थायी तौर पर चार धाम यात्रा स्थगित है, लेकिन धामों के कपाट निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही खोले जा रहे हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट ब्रह्म बेला पर 4 बजकर 15 मिनट पर विधि-विधान और वेद मंत्रोच्चार के बीच खोल दिए गए हैं।
कोरोना संक्रमण के चलते इस दौरान बदरीनाथ धाम के श्रद्धेय रावल (मुख्य पुजारी) ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जी और धर्माधिकारी भुवन चंद उनियाल जी की अगुवाई में तीर्थ पुरोहित सीमित संख्या में मंदिर में भगवान बदरी विशाल की पूजा-अर्चना नियमित रूप से करेंगे। वहीं देवस्थानम बोर्ड के कुछ कर्मचारी ही मौजूद रहे।