नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बृहस्पतिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य के हालात तथा उससे जुड़े विषयों पर चर्चा की। घंटे भर चली बैठक के दौरान राज्यपाल ने शाह को राज्य से जुड़े विभिन्न मुद्दों से अवगत कराया।
यह बैठक इसलिए मायने रखती है कि राज्यपाल पश्चिम बंगाल में विभिन्न विषयों पर अक्सर असहमति प्रकट करते रहे हैं। इस कारण उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एवं उनकी सरकार की सख्त आलोचना का सामना करना पड़ा है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के ट्विटर हैंडल पर किए गए एक पोस्ट में कहा गया है, ‘पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से आज उनके आवास पर मुलाकात की।
राज्यपाल धनखड़, एक घंटे से अधिक समय तक केंद्रीय गृह मंत्री के साथ थे और पश्चिम बंगाल के हालात तथा राज्य से जुड़े मुद्दों पर पर चर्चा हुई।’ बैठक के बाद धनखड़ ने पत्रकारों से कहा कि वह बैठक में की गई चर्चा के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते, लेकिन कहा कि उन्होंने गृह मंत्री के साथ ‘लोकतांत्रिक संस्थाओं की स्थिति और जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।‘
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में पुलिस और नौकरशाही का राजनीतिकरण किया जा रहा है और वे राज्य सरकार के ‘प्यादों’ की तरह काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रतिदिन बम- बनाने वाली फैक्टरियों का भंडाफोड़ हो रहा है। उन्होंने मुर्शिदाबाद से अलकायदा के दो सदस्यों की गिरफ्तारी की ओर भी इशारा किया।
राज्यपाल ने दावा किया ,‘अल-कायदा पश्चिम बंगाल में अपने पैर पसार रहा है।‘ इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने बृहस्पतिवार को राज्यपाल पर भाजपा का ‘लाउडस्पीकर’ बनने और राजभवन का अपमान करने का आरोप लगाया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भाजपा के लाउडस्पीकर बन गए हैं। वह गृह मंत्री से मुलाकात करने गए हैं या अपने भाजपा नेताओं से मिलने? वह करीब 99 बार ऐसा कर चुके हैं। इस बार उन्होंने सौ का आंकड़ा छू लिया। वह अपने झूठों का पुलिंदा लेकर दिल्ली गए हैं। राज्यपाल का बचाव करते हुए भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा कि राज्य में ‘अराजकता’ है।