नई दिल्ली। अगर आप भी पिछले कुछ दिनों में Signal App के बारे में बहुत सारी बातें कई बार सुन चुके हैं और इस ऐप के बारे में विस्तार में जानना चाहते हैं तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं। इस आर्टिकल में हम आपको इस सिग्नल ऐप के बारे में ही विस्तार से बताने जा रहे हैं। आपको बात दें कि व्हाट्सऐप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी के बारे में खुलासा कुछ दिन पहले किया है। व्हाट्सऐप का कहना है कि अ्गर यूज़र्स उनकी पॉलिसी से सहमत नहीं है तो उन्हें अपना व्हाट्सऐप अकाउंट बंद करना होगा।
Signal App ने बजाई WhatsApp की बैंड
अब यूज़र्स को व्हाट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी बिल्कुल पसंद नहीं आ रही है। ऐसे में यूज़र्स दूसरे ऐप्स की तरफ रूख कर रहे हैं। व्हाट्सऐप के विकल्प के रूप में ही लोग सिग्नल ऐप को पसंद कर रहे हैं और पिछले कुछ दिनों में सिग्नल ऐप को इतने सारे लोगों ने डाउनलोड कर लिया है कि सिग्नल ऐप का सर्वर ही डाउन हो गया है। इस बात की जानकारी खुद सिग्नल ऐप ने ट्वीट करके दी है।
To help welcome everyone coming to Signal, we've opened an AMA over on r/technology @reddit. We want to hear from as many of you (old and new) as possible to continue to improve the app and answer any questions about who we are! https://t.co/CDVuTsCHVD
— Signal (@signalapp) January 8, 2021
सिग्नल ऐप ने ट्वीट कर दी जानकारी सिग्नल ऐप ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है बहुत सारे लोगों के द्वारा अचानक एक साथ ऐप को डाउनलोड करने की वजह से वेरिफिकेशन कोड में दिक्कत आ रही है लेकिन इसके लिए उनकी टीम काम कर रही है। आपको बता दें कि सिग्नल ऐप एप्पल के ऐप स्टोर में फ्री ऐप की लिस्ट में टॉप पर आ गया है।
सिग्नल ऐप के फीचर्स
Signal भी व्हाट्सऐप की तरह ही एक मैसेजिंग ऐप है। इस ऐप को भी आप एंड्रॉयड डिवाइस के साथ-साथ आईओएस यानि एप्पल डिवाइस, मैक और विंडो डिवाइस में भी यूज़ कर सकते हैं। इस ऐप को बनाने वाली कंपनी का नाम Signal Foundation है। यह एक नॉन प्रॉफिट कंपनी है। इस ऐप को बनाने वाले इंसान का नाम मॉक्सी मार्लिनस्पाइक (Moxie Marlinspike) है। यह अमेरिका के रहने वाले एक क्रिप्टोग्राफर हैं, लिहाजा सिग्नल ऐप भी एक अमेरिकन ऐप ही है। इस ऐप की नींव को 2013 में रखी गई थी लेकिन इसका निर्माण 10 जनवरी 2018 को किया गया था।
सिग्नल ऐप के ग्रुप में 150 लोगों को जोड़ने की अनुमति
सिग्नल ऐप के फीचर्स लगभग व्हाट्सऐप जैसे ही है। इस ऐप के जरिए भी आप किसी के साथ भी चैटिंग करने के साथ फोटो और वीडियो को सेंड कर सकते हैं या रिसीव कर सकते हैं। इसके अलावा इस ऐप के जरिए भी आप ऑडियो और वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं। इस ऐप में भी आप व्हाट्सऐप की तरह ग्रुप बना सकते हैं लेकिन इस ऐप में एक ग्रुप में अधिकतम 150 लोगों को ही एड करने की सुविधा है। हालांकि अब ऐसा हो सकता है कि सिग्नल कंपनी एक ग्रुप में 150 से ज्यादा लोगों को एड करने की अनुमति दे।
Signal की सिक्योरिटी
अब इस ऐप की सिक्योटी की बात करते हैं, जो इस वक्त सबसे जरूरी है। सिग्नल ऐप की सिक्योरिटी की तारीफ कोई और नहीं बल्कि खुद व्हाट्सऐप के ही को-फाउंडर कर ब्रायन एक्टन भी कर चुके हैं। 2017 में ब्रायन ने व्हाट्सऐप को अलविदा कहा था और सिग्नल ऐप में 59 मिलियन डॉलर की फंडिंग दी थी। उसी दौरान व्हाट्सऐप के को-फाउंडर ने खुद सिग्नल ऐप के सिक्योरिटी की काफी तारीफ की थी।
असल में सिग्नल व्हाट्सऐप से कहीं ज्यादा सुरक्षित है क्योंकि व्हाट्सऐप आपको अपने ऐप को यूज़ करने के लिए यूज़र्स से उनकी 16 तरह की जानकारी स्टोर करता है। वहीं सिग्नल सिर्फ यूज़र्स का मोबाइल नंबर स्टोर करती है क्योंकि उसी के जरिए यूज़र्स का सिग्लन अकाउंट चलता है। वहीं व्हाट्सऐप सिर्फ मैसेज और कॉल को एंड टू एंड एंक्रिप्टेड करती है जबकि सिंग्नल ऐप मेटा डाटा भी एंड टू एंड एंक्रिप्टेड करता है यानि ना सिर्फ यूज़र्स मैसेज और कॉल बल्कि उनका निजी डेटा भी एंड टू एंड एंक्रिप्टेड होता है।