नई दिल्ली। दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे के शिवसेना के संपर्क से दूर जाते ही महाराष्ट्र सरकार की सांसें अटक गई हैं। सरकार पर मंडराते खतरे को भांपते हुए उद्धव ठाकरे ने जहां आपातकाल बैठक बुलाली है। वहीं सूत्रों का दावा है कि एकनाथ शिंदे और उनके साथ 29 विधायक गुजरात के सूरत शहर के एक होटल में हैं। शिंदे के साथ ही सभी 29 विधायकों के फोन भी नॉटरिचएबल आ रहे हैं।
इस राजनीतिक सनसनी के बीच राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल समेत कई मंत्रियों ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और राजधानी मुंबई पहुंच रहे है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकारी आवास, वर्षा में मंगलवार दोपहर 12 बजे बैठक बुलाली। ऐसे में आपके जेहन में भी सवाल उठ रहा होगा कि महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में उथल-पुथल मचा देने वाले ये एकनाथ शिंदे आखिर हैं कौन?
ये हैं एकनाथ शिंदे
राज्य में महाविकास अघाड़ी की सरकार में नेता सदन हैं एकनाथ शिंदे। साल 2014 से साल 2019 तक बीजेपी-शिवसेना की सरकार में मंत्री रहे। ठाणे जिले की कोपरी पंचपखाड़ी से विधायक रहे। साल 2014 में अक्टूबर से दिसंबर 2014 तक नेता विपक्ष भी थे। साल 2019 में जब शिवसेना ने बीजेपी छोड एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई तो उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य में पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को नेता सदन बनाने का प्रस्ताव किया था।
International Yoga Day:PM Modi ने किया योग, कहा- आज विश्व भर में जीवन का आधार बना योग
क्या है शिंदे की नाराजगी?
माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना हाईकमान से कोई नाराजगी नहीं हैं। इससे पहले भी जब शिवसेना और बीजेपी गठबंधन की सरकार थी, तब भी उनकी नाराजगी की खबरें आई थीं। तब कहा जा रहा था कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्होंने उन दावों को खारिज कर दिया था।
सच होता दिख रहा दावा
आपको बता दें कि पिछले साल केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने एकनाथ शिंदे को जल्द बीजेपी में शामिल कराने का ऐलान किया था। राणे ने कहा था कि एकनाथ शिंदे केवल फाइलों पर हस्ताक्षर करने वाले ही मंत्री बचे हैं। वे शिवसेना में उब गए हैं। उन्हें जल्द हमारे साथ जोड़ा जाएगा।