नई दिल्ली। भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच आतंकवाद को लेकर विवाद सदियों से चली आ रही है। यही वजह है कि दोनों देशों के बीच इस समय रिश्ते बेहद ख़राब दौर से गुज़र रहे हैं। पाकिस्तान के लाहौर शहर में पिछले महीने 23 जून को एक बम धमाका हुआ था। इस धमाके में पाकिस्तान के 3 पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी, जबकि 24 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। अब इस हमले के लिए पाक पीएम इमरान ख़ान (Imran Khan) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ़ (NSA Moeed Yusuf) ने सीधे-सीधे भारत को ज़िम्मेदार बताया है। फिलहाल पाकिस्तान की तरफ से लगाए गए इन आरोंपों पर भारत की तरफ़ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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इमरान ने लगाया भारत पर ये आरोप
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान (Imran Khan) ने रविवार रात को ट्वीट करते हुए भारत पर जोरदार हमला किया। इमरान ने कहा “मैंने अपनी टीम को निर्देश दिया कि वो जौहर टाउन लाहौर धमाके की जांच की जानकारी राष्ट्र को दें. मैं पंजाब पुलिस के आतंकी निरोधक विभाग की तेज़ रफ़्तार से की गई जांच की तारीफ़ करूंगा कि उन्होंने हमारी नागरिक और ख़ुफ़िया एजेंसियों की शानदार मदद से सबूत निकाले।
This coordination led to identifying the terrorists & their international linkages. Again, planning & financing of this heinous terror attack has links to Indian sponsorship of terrorism against Pak. Global community must mobilise int institutions against this rogue behaviour
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) July 4, 2021
इमरान खान ने दूसरे द्वीट में कहा “इस समन्वय ने आतंकियों और उनकी अंतरराष्ट्रीय कड़ियों की पहचान की है. दोबारा, इस जघन्य आतंकी घटना की योजना और वित्त पोषण के संबंध पाकिस्तान के ख़िलाफ़ भारत प्रायोजित आतंकवाद से मिले हैं. विश्व समुदाय को इस दुष्ट व्यवहार के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को एकजुट करना चाहिए”
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पाक NSA मोईद यूसुफ़ ने क्या कहा ?
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मोईद यूसुफ़ ने इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके इस हमले के लिए भारत को ज़िम्मेदार ठहराया है। NSA मोईद यूसुफ़ ने कहा कि ‘जिस दिन ये हमला हुआ उस दिन पाकिस्तान की जांच एजेंसियों पर भी हज़ारों साइबर हमले हुए, जिनका उद्देश्य इस हमले में शामिल नेटवर्क से ध्यान हटाना था हालांकि इसका मौक़ा उन्हें नहीं मिल सका’
मोईद यूसुफ़ ने कहा कि ‘आज मैं पूरी स्पष्टता से विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि इस हमले के सारे ताने-बाने भारत के पाकिस्तान के ख़िलाफ़ प्रायोजित आतंकवाद से जुड़ते हैं। यूसुफ़ ने इसके बाद कहा कि इस हमले का केंद्रीय संबंध भारत की ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ (RAW) से है। उन्होंने कहा कि अभियुक्तों के पास से जो फ़ोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान मिले हैं उसकी फ़ॉरेंसिक जांच से साबित होता है कि इसके केंद्रीय मास्टरमाइंड का संबंध भारत से है।
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भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध
भारत और पाकिस्तान के बीच 3,323 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है। यह देखते हुए कि सीमा के आस-पास एक तनावपूर्ण स्थिति हमेशा बनी रहती है। वर्तमान समय में दोनों देशों के बीच संबंध बेहद ख़राब हैं। कई बार यह संभावनाएं जताई गई हैं कि दोनों देशों के बीच अब रिश्ते अच्छे होंगे। लेकिन हर बार मामला आंतकवाद को लेकर फस गया और दोनों देशो के बीच रिश्ते ठीक नहीं हो सके। इसका असर ये हुआ कि भारत और पाकिस्तान के मध्य राजनीतिक स्तर पर विवादों के चलते आर्थिक संबंध भी दिन व दिन खराब होते चले गए।
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भारत को बदनाम करने की साजिश
बता दें कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसका ध्यान अपना विकास से ज्यादा भारत के खिलाफ साजिश करने में लगा रहता है। पाकिस्तान दिन व दिन कंगाल होता जा रहा है, महंगाई इतनी बढ़ गई है कि वहां की जनता कभी भी विद्रोह कर सकती है। पाक पीएम इमरान खान के खिलाफ विपक्षी पार्टियों ने मोर्चा खोल रखा है लेकिन, उनका ध्यान अपने देश की हालात सुधारने से ज्यादा भारत के खिलाफ साजिश करने में लगा है। इरमरान अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत को बदनाम कर आतंकवाद मुद्दे पर भारत को बैकफुट पर लाना चाहते है।
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भारत की पाक को खुली चेतावनी
भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद (Terrorism) को लेकर विवाद सदियों से चली आ रही है। अब भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र (UN) में पाकिस्तान को उसकी औकात बता दी है। एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से निकलने को छटपटा रहे पाकिस्तान को भारत ने जोरदार तमाचा जड़ा। भारत ने यूएन में आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया भर के देशों को पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होने को कहा है। भारत ने अपील नहीं की है बल्कि चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान को बेलगाम छोड़ दिया जाएगा तो दुनिया भर के लिए यह बड़ा खतरा बन जाएगा।