रोडसाइड विक्रेताओं की ब्रांडिंग क्यों कर रहा है यह डिज़ाइन स्टूडियो ?
Tech Desk | BTV Bharat
जिन ठेलों से आप जूस पीते हैं या चाट-टिक्की खाते हैं, क्या आपने कभी उन ठेलो के बैनरों और पोस्टरों आदि पर ध्यान दिया है? क्या आपने कभी उनमैं ऐसा कुछ देखा है जो आपको याद रह गया हो? अधिकांश विक्रेताओं के पास बस एक बैनर होता है जो नीचे दिखाए गए बैनर जैसा दिखता है।
जब इतने सालों से ऐसा ही होता आया है तो यह डिज़ाइन स्टूडियो इसे क्यों बदलना चाहता है? इसे जानने से पहले आइए समझते हैं कि डिजाइन स्टूडियो कया होता है।
डिज़ाइन स्टूडियो क्या होता है?
विकिपीडिया के अनुसार डिज़ाइन स्टूडियो डिजाइनरों के लिए एक कार्यस्थल है, जो नए उत्पादों या वस्तुओं को समझने, डिजाइन करने और विकसित करने के लिए काम करते हैं।
माउस & चीज़
नॉएडा में स्तिथित ‘माउस & चीज़’ नाम के इस डिज़ाइन स्टूडियो ने एक ऐसी पहल करि है जो की न केवल डिज़ाइन इंडस्ट्री मैं बल्कि आम लोगों मैं भी एक नए इृष्टिकोण को जन्म देगी।जहाँ बाकी लोग टेक्नोलॉजी की दुनिया में खो गए हैं, माउस & चीज़ अपने आस पास की दुनिया को बेहतर बनाने के तरीके ढूंढ रहा है, और टेक्नोलॉजी का उपयुक्त इस्तेमाल कर रहा है।
रोडसाइड विक्रेता कितना भी अच्छा काम कर लें उनकी एक अलग पेहचान बन पाना मुश्किल होता है और यदि ऐसा होता भी हैं तो वह बस अपने आस पास के इलाके में ही संभव हो पता है। माउस & चीज़ का मानना है कि सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग (05५) भी अपनी एक अलग पहचान के हकदार है और इसी सोच को सकार करने के लिए उन्होंने शुरू करा एक प्रोजेक्ट: प्रोजेक्ट महत्त्व।
इस प्रोजेक्ट केअंतर्गत, माउस & चीज़ की टीम ने रोडसाइड विक्रेताओं की ब्रांडिंग करि और उनको एक विशिस्ट पहचान दी। उदाहरण के तौर पर, चौहान जूस कार्नर की ब्रांडिंग कुछ ऐसी है। ऐसी व्यक्तिगत पहचान न केवल सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग को अपनी एक अलग जगह देती है, बल्कि
उनको उनके होने के महत्त्व का एहसाह भी दिलाती है।
माउस & चीज़: भविष्य के लिए
ऐसे और भी बहुत सरे बदलाव और सुधार के प्रोजेक्ट्स मैं शामिल है माउस & चीज़ डिज़ाइन स्ट्डिओं की टीम। इनके बारें में अधिक जानकारी हैतु आप इनकी वेबसाइटऔर सोशल मीडिया पर भी जा सकते हैं।