नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलियाई संसद (Parliament of Australia) में महिला कर्मचारियों के साथ यौन उत्पीड़न (Sexual Harrasment) का मामला प्रकाश में आया है। हर 3 में से 1 महिला कर्मचारी यौन उत्पीड़न का शिकार हो चुकी हैं। ‘ऑस्ट्रेलियाई मानवाधिकार आयोग’ (Australian Human Rights Commission) की रिपोर्ट के अनुसार, तकरीबन 63 महिला सांसद (Women Parliamentarians) लोकतंत्र (Democracy) के मंदिर के अंदर ‘यौन उत्पीड़न’ का शिकार हो चुकी हैं। ऑस्ट्रेलिया की संसद और अन्य सरकारी विभागों में हर तीन कर्मचारियों में से एक ने यौन उत्पीड़न का अनुभव किया है। इसमें अधिकतर महिला कर्मचारी हैं।
Science News: चंद्रमा पर Nuclear Plant लगाने के लिए सुझाव मांग रही है NASA
कल ‘संसद’ में पेश हुई एक रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए – प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने इसे काफ़ी भयावह बताया है। ऑस्ट्रेलियाई ‘प्रधानमंत्री मॉरिसन’ ने कहा कि – ‘इस इमारत में काम करने वाले किसी अन्य कर्मचारी की तरह मैं भी इस आंकड़ों से भयावह और परेशान महसूस कर रहा हूं। स्कॉट मॉरिसन ने रिपोर्ट के नतीजों को आगे रखते हुए कहा कि – ‘मुझे लगता है कि जिन कार्रवाइयों की सिफारिश करी गई है, वे सभी इलाके को कवर करती हैं। इस कारण से हम आगे की कार्रवाई कर सकते हैं।’ जेनकिंस ने भी कहा कि – वह भी रिपोर्ट के खुलासे से स्तब्ध हैं, हालांकि वह जानती हैं कि – ऑस्ट्रेलिया के कार्यस्थलों पर इस प्रकार की घटनाएं होती रहती हैं। इस रिपोर्ट में 33 अलग-अलग संगठनों के 1723 लोगों ने बताया कि – संसद के 33 प्रतिशत कर्मचारी कम – से – कम एक बार यौन उत्पीड़न का शिकार हो चुके हैं। वहीं 51 प्रतिशत प्रताड़ना या दुष्कर्म के प्रयास के शिकार हुए हैं।
UP में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे Akhilesh Yadav
सनद रहे कि – इस वर्ष के आरम्भ में ऑस्ट्रेलियाई संसद की एक पूर्व कर्मचारी ‘ब्रिटनी हिगिंस’ ने आरोप लगाया था कि – एक मंत्री के कार्यालय में उनके सहयोगी ने उनका दुष्कर्म किया। बार-बार मना करने के बाद भी आरोपी ने बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। पीड़िता ने इसकी शिकायत आयोग से करी है। इसपर कमीशन भी बैठ गई हैं। हिंगिस की इस कहानी के सामने आने के बाद कई लोगों ने अपने साथ हुए यौन शोषण और दुराचार की बातें शेयर करी है।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।