नई दिल्ली। प्रेग्नेंसी को लेकर कई सारी दिक्कतें सामने आती है। प्रेग्नेंट होना या फिर प्रेंगेट ना होना दूसरी बात है, पर कई बार ऐसा होता है कि महिलाओं को प्रेंगेंसी के लक्षण आते है पर वो प्रेंगेंट नहीं होती है। अगर आपके साथ भी ऐसी कोई समस्या है कि तो आज हम आपको बताते है इसके पीछे की कुछ वजह।
पहले तो हम आपको बता दे कि पीरियड्स से पहले के लक्षण और प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण दोनों एक जैसे ही होते हैं। थकान, सूजन, घबराहट, पेट फूलना, मूड स्विंग्स, क्रेविंग आदि सारी आदि सारी बातें दोनों ही स्थिति में एक जैसी ही सामने आती हैं। इसके चलते भी कई बार बहुत सारी समस्याएं सामने आ जाती है।
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1. स्ट्रेस होना- ऐसा सुना तो है कि स्ट्रेस सेहत के लिए सहीं नही होता है। क्योंकि अगर आप स्ट्रेस में होते हो तो कहीं ना कहीं आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति पर प्रभाव पड़ता है। और फिर इसके चलते ब दिमाग में यही सोच पनपती है कि अभी बच्चा नहीं करना है और परिणामस्वरूप ओवुलेट नहीं होता है और अगर ओवुलेशन नहीं होता है तो पीरियड्स भी नहीं होते हैं, पर प्रेग्नेंसी के लक्षण जरूर शुरू होने लगते हैं।
2. प्री-मेनोपॉज- मेनोपॉज अक्सर एक उम्र के बाद आपको प्रभावित करता है। क्योंकि ज्यादातर इससे जुड़े 40 साल के बाद ही देखने को आते है, प्री-मेनोपॉज में पीरियड्स का सही समय पर न होना बहुत आम है।ऐसे में हार्मोंस बहुत बदलते हैं और कई बार प्रेग्नेंसी जैसे लक्षण महसूस होते हैं जैसे मूड में बदलाव या ब्रेस्ट का कोमल होना, आदि।
3. दवाइयां खाना- ज्यादा दवाइयां लेना भी सेहत के लिए सही नहीं होता है। Steroid दवाइयां बहुत ही हानिकारक होती हैं। इससे पीरियड मिस होने के बहुत चांसेज रहते हैं. थायरॉइड या डायबिटीज की दवाइयों का भी असर रहता है। इसके चलते कई बार आपको प्रेग्नेंसी चीजें फील होने लगती है।
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इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर्स सलाह देते है कि अगर आपके एक भी बार पीरिड्य मिस हो रहे है तो आपको चेक कर लेना चाहिए। ऐसा कहना बिल्कुल सही होगा कि पीरियड्स मिस होना एक महिला के दिल की धड़कनों को बढ़ा देता है। या तो वो उम्मीद से भर जाती है या फिर उसके मन में एक तरह का डर पैदा होने लगता है।