नई दिल्ली। दिल्ली के गाजीपुर बॉडर (Ghazipur border) पर जारी किसान आंदोलन के बीच किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) ने बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन अक्टूबर तक चलने वाला है। इतना ही नहीं आगे उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि और इस दौरान हमारा नारा है कानून वापसी नहीं, तो घर वापसी नहीं।
बता दें कि आज ही दिल्ली के गाजीपुर बॉडर (Ghazipur border) पर शिवसेना (Shiv Sena) के सांसद अरविंद सावंत और संजय राउत भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh tikait) से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कई सारें मुद्दो पर बातचीत किया। वहीं संजय राउत ने मुलाकात के बाद कहा कि राकेश टिकैत से बातचीत हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था हमने दे दिया है, हम पूरी ताकत से उनके साथ रहेंगे। सरकार को ठीक से बात करनी चाहिए, बात में राजनीति नहीं आनी चाहिए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने की राकेश टिकैत से मुलाकात, कहा- हम किसानों के साथ खड़े
टिकैत के आंसू ने किसान आंदोलन में डाली जान
बता दें कि दिल्ली हिंसा के बाद किसानों के प्रति लोगों में आक्रोश आ गया था। लेकिन उसके अगले दिन राकेश टिकैत के आंसू ने किसान आंदोलन में एक बार फिर जान डाल दिया। इसके बाद किसानों का गाजीपुर, सिंघु बॉडर और टीकरी बॉडर पर किसानों का आना चालू हो गया। वहीं इसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की सीमा को किले में तब्दील हो कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बेहद कड़ कर दी है। वहीं गाजीपुर बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बेहद कड़ कर दी।
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तीनों कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक
बता दें कि तीनों कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान के बीच चल रहे विवाद पर फिलहाल फुलस्टाप लग गया है। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल रोक लगा दी है। साथ ही चीफ जस्टिस इस मामले को नजर बनाए रखने के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया है। जो कि सरकार और किसानों के बीच कानूनों पर जारी विवाद को समझेगी और सर्वोच्च अदालत को रिपोर्ट सौंपेगी।