अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी: दिल्ली के सीएम ने जेल में इंसुलिन की मांग को लेकर कोर्ट का रुख किया, फैसला सुरक्षित
राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है, जिसमें उन्होंने जेल में उन्हें इंसुलिन उपलब्ध कराने की मांग की थी, क्योंकि वे मधुमेह से पीड़ित हैं।
आम और मिठाई खा रहे
यह मामला प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा यह दावा किए जाने के एक दिन बाद आया है कि आप सुप्रीमो जानबूझकर अपने Blood Sugar के स्तर को बढ़ाने के लिए आम और मिठाई खा रहे थे। संघीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि दिल्ली के सीएम अपनी जमानत के लिए स्वास्थ्य को आधार बनाने के लिए ऐसा कर रहे थे।
विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत केजरीवाल द्वारा दायर एक आवेदन पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उनके शर्करा के स्तर का आकलन करने के लिए नियमित चिकित्सा जांच और सप्ताह में तीन बार डॉक्टर से ऑनलाइन परामर्श की मांग की गई थी।
ईडी ने अदालत को बताया, “अरविंद केजरीवाल टाइप 2 मधुमेह होने के बावजूद उच्च चीनी सामग्री वाला भोजन खा रहे हैं। वे रोजाना ‘आलू पूरी’, आम और मिठाई खा रहे हैं। ऐसा मेडिकल जमानत के लिए आधार बनाने के लिए किया जा रहा है।”
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही है और केजरीवाल जेल के अंदर सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलजी, ईडी और तिहाड़ जेल के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। सिंह ने कहा कि सीएम केजरीवाल के खिलाफ साजिश हो रही है और उनके खिलाफ झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं।
केजरीवाल की गिरफ्तारी:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। यह घटना दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा उनकी अंतरिम सुरक्षा याचिका को खारिज करने के कुछ घंटों बाद हुई। केजरीवाल को 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेजा गया था, जिसे 1 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था।
ईडी ने कहा कि वे उनसे आगे पूछताछ नहीं करना चाहते, जिसके बाद अदालत ने उन्हें 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्होंने कहा कि वे “असहयोगी” थे और टालमटोल वाले जवाब दे रहे थे।