नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के अधिकारियों ने सभी दलों के नेताओं और आला अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजनीतिक दलों के साथ चर्चा के बाद ज्यादातर ने कहा कि चुनावों में बड़ी संख्या में CAPF की तैनाती की जाए और पोलिंग स्टेशन पर वीडियोग्राफी हो ताकि सुरक्षित वोटिंग हो सके। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए भी कहा है।
पश्चिम बंगाल में 78,903 मतदान केंद्र थे। अतिरिक्त मतदान केंद्र 22,887 होंगे। अब कुल 1,01,790 मतदान केंद्र होंगे। इस बार सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। यह दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया गया है: सुनील अरोड़ा https://t.co/yIpPiutTJ8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2021
बंगाल: कम नहीं हो रहीं ममता की मुश्किलें, अब वन मंत्री राजीब बनर्जी ने दिया इस्तीफा
बढ़ाई गई मतदान केंद्रों की संख्या
मुख्य चुनाव आयुक्त ने ये कहा कि पश्चिम बंगाल में पहले 78,903 मतदान केंद्र थे। लेकिन इस बार 22,887 अतिरिक्त मतदान केंद्र होंगे। जिससे राज्य में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर 1,01,790 हो जाएंगे। इसके साथ उन्होंने कहा कि इस बार सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होंगे। यह दिव्यांगजनों को ध्यान में रखकर और मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए किया गया है।
कम नहीं हो रहीं ममता बनर्जी की मुश्किलें, क्या Bengal में टूट रही ममता की डोर
294 सीटों के लिए होने है विधानसभा चुनाव
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी के लिए पश्चिम बंगाल फतह करना काफी अहम है। यही वजह है कि बीजेपी के शीर्ष नेता लगातार बंगाल का दौरा कर रहे हैं। बंगाल में 294 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव होने है। वर्तमान में वहां ममता बनर्जी यानि टीएमसी की सरकार है। अब देखना यह है कि आने वाले चुनाव में किस पार्टी का पलड़ा ज्यादा भारी होता है। फिलहाल टीएमसी में तोड़-जोड़ की प्रक्रिया जोरों से चल रही है।