नई दिल्लीः 2020 को जाने को अब सिर्फ कुछ ही दिन बचे हैं और लोगों में नए साल को लेकर उत्साह है. 2020 में दुनियाभर पर कोरोना वायरस का कहर देखने को मिला, जहां तमाम देशों की सामाजिक से लेकर आर्थिक स्थिति पर भारी असर देखने को मिला. कोरोना वायरस ने ही नहीं कुछ राजनीतिक बयानों ने भी देश में खूब खलबली मचाई. चाहे फिर वह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुईं इमरती देवी पर बयान हो या फिर उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री स्वरूप शुक्ला का देश के पहले शिक्षा मंत्री डॉ अबुल कलाम आजाद पर दिया बयान हो, इन तमाम ही बयानों ने देश के राजनीतिक गलियारों में खूब खलबली मचाई. चलिए आपको आज इस बार के कुछ ऐसे ही राजनीतिक बयानों के बारे में बताते हैं
कमलनाथ का आइटम वाला बयान
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुईं इमरती देवी पर निशाना साधते हुए उनके खिलाफ एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे हर तरफ सनसनी मच गई. कमलनाथ इमरती देवी को ‘आइटम’ कह बैठे थे. जिसके बाद इमरती देवी सहित राजनीति जगत के कई दिग्गजों ने उनके इस बयान पर नाराजगी जाहिर की थी.
योगी आदित्यनाथ का बयान: कोई मरने आ ही रहा तो कैसे बचेगा…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में छाए रहते हैं. योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली जितनी दमदार है वो उतनी ही तेजी से विपक्ष पर हमला भी करते हैं. 2020 में भी उनके कुछ बयानों को लेकर काफी हो हल्ला हुआ. नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लखनऊ में हुई हिंसा पर बोलते हुए सीएम योगी ने ऐसा बयान दिया जिसके बाद विपक्ष उनकी आलोचना में जुट गया. उन्होंने सदन में कहा यूपी में एक भी दंगा नहीं और जब कोई मरने ही आ रहा है तो वह जिंदा कैसे बचेगा, उन्होंने कहा कि पुलिस की गोली से कोई नहीं मरा जो लोग मरे वो उपद्रवी थे और वे आपस में मरे.
Sachin Pilot is ‘nikamma’, he was only making people fight, says CM Ashok Gehlot
Talking to reporters, Rajas Sachin Pilot is ‘nikamma’, he was only making people fight, says CM Ashok Gehlot..@humanitarian_s @SachinPilot @ashokgehlot51 pic.twitter.com/GFhfKLMA1k
— Atif Khan (@Atif_khan2k4) July 20, 2020
अमरेंद्र प्रताप सिंह का किसान आंदोलन पर बयान
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन पर बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कुछ ऐसा कह दिया, जिससे हर तरफ उनके बयान की चर्चा हुई. किसान आंदोलन पर निशाना साधते हुए अमरेंद्र प्रताप सिंह ने इसे दलालों का आंदोलन बता दिया. जिसके बाद वह कई राजनीतिक दलों के निशाने पर आ गए.
https://twitter.com/sardanarohit/status/1303004635477598208?s=20
प्रज्ञा ठाकुर का शूद्र पर बयान
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर अपने बयानों के चलते हमेशा ही सुर्खियों में छाई रहती हैं. हाल ही में क्षत्रिय सम्मेलन के दौरान भी अपने बयान के कारण वह चर्चा में आ गईं. उन्होंने क्षत्रिय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा- ‘हमारे धर्म शास्त्रो में समाज की व्यवस्था के लिए 4 वर्ग तय किए गए हैं. क्षत्रिय को क्षत्रिय कह दो, तो बुरा नहीं लगता, ब्राह्मण को ब्राह्मण कह दो तो बुरा नही लगता, वैश्य को वैश्य कह दो तो बुरा नहीं लगता, लेकिन शूद्र को शूद्र कह दो तो बुरा लग जाता है.’
बबीता फोगाट का तब्लीगी जमात पर बयान
भारतीय रेसलर और बीजेपी नेत्री बबीता फोगाट भी अपने बयानों के चलते इस साल काफी सुर्खियों में रहीं. चाहे फिर वह तब्लीगी जमात हो या फिर बॉलीवुड ड्रग्स मामला, बबीता फोगाट ने कई मुद्दों पर ट्वीट कर खूब सुर्खियां बटोरीं. कोरोना वायरस के चलते देश में लगे लॉकडाउन के बीच तब्लीगी जमातियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बबीता फोगाट ने कुछ ऐसे ट्वीट किए थे, जिसके बाद ट्विटर पर उनका अकाउंट सस्पेंड किए जाने की मांग उठने लगी.
स्वरूप शुक्ला का डॉ अबुल कलाम आजाद पर बयान
उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री स्वरूप शुक्ला ने देश के पहले शिक्षा मंत्री डॉ अबुल कलाम आजाद पर विवादित टिप्पणी करते हुए एक ऐसा बयान दिया, जिससे पूरी राजनीति जगत में हलचल मच गई. उन्होंने जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के पहले शिक्षा मंत्री डॉ अबुल कलाम आजाद में भारत और भारतीयता के लिए स्थान नहीं था.