नई दिल्ली। कृषि कानून को लेकर चल रहें विरोध प्रदर्शन के बीच राज्यसभा में शुक्रवार को विपक्ष ने एक बार फिर नए कृषि कानूनों को लेकर चल आंदोलन के मुद्दे पर सरकार को घेरा और इन कानूनों को वापस लेने की मांग की। वहीं इस दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं किसान यूनियन से 2 महीने तक यही पूछता रहा कि कानून में काला क्या है तो मैं उसको ठीक करने की कोशिश करूं। लेकिन अब तक मुझे ना किसान यूनियन और ना ही विपक्ष बता पा रहे कि इस कानून में आखिर काला क्या है।
मैं प्रतिपक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने किसान आंदोलन पर चिंता की और आंदोलन के लिए सरकार को जो कोसना आवश्यक था उसमें भी कंजूसी नहीं की और कानूनों को जोर देकर काले कानून कहा। मैं किसान यूनियन से 2 महीने तक पूछता रहा कि कानून में काला क्या है:केंद्रीय कृषि मंत्री #farmlaws pic.twitter.com/D8zuylZyyp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 5, 2021
कृषि मंत्री ने आगे कहा अगर भारत सरकार किसी संशोधन को तैयार हैं इसका मतलब यह नहीं है कि पूरा कानून ही खराब है। उन्होंने कहा कि किसानों को बरगलाया गया है कि उस कानून से किसानों की जमीन पर किसी और का कब्जा हो जाएगा। कृषि मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मनरेगा आप की सरकार लाई थी लेकिन उस पर काम हमने किया है।
कृषि मंत्री का संसद में कहीं मुख्य बातें
- कृषि मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा- दुनिया जानती है कि पानी से खेती होती है। खून से खेती सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है, भारतीय जनता पार्टी खून से खेती नहीं कर सकती।
- सरकार कानूनों में किसी भी संशोधन के लिए तैयार है इसके मायने ये नहीं लगाए जाने चाहिए कि कृषि कानूनों में कोई गलती है। पूरे एक राज्य में लोग गलतफहमी का शिकार हैं। किसानों को इस बात के लिए बरगलाया गया है कि ये कानून आपकी जमीन ले जाएंगेः कृषि मंत्री
- कृषि मंत्री बोले-मैं प्रतिपक्ष का धन्यवाद करना चाहूंगा कि उन्होंने किसान आंदोलन पर चिंता की और आंदोलन के लिए सरकार को जो कोसना आवश्यक था उसमें भी कंजूसी नहीं की और कानूनों को जोर देकर काले कानून कहा। मैं किसान यूनियन से 2 महीने तक पूछता रहा कि कानून में काला क्या है।
- सरकार ने किसान की आमदनी दोगुनी हो इसके लिए प्रधानमंत्री किसान योजना के माध्यम से 6,000 रुपये का योगदान दिया। आज हम ये कह सकते हैं कि दस करोड़ 75 लाख किसानों को 1,15,000 करोड़ रुपये डीबीटी से उनके अकाउंट में भेजने का काम किया हैः केंद्रीय कृषि
- कुछ लोग मनरेगा को गड्ढों वाली योजना कहते थे। जब तक आपकी सरकार थी उसमें गड्ढे खोदने का ही काम होता था। लेकिन मुझे ये कहते हुए प्रसन्नता और गर्व है कि इस योजना की शुरुआत आपने की लेकिन इसे परिमार्जित हमने कियाः कृषि मंत्री
- मोदी ने सेंट्रल हॉल में अपने पहले भाषण में और 15 अगस्त में भी उन्होंने कहा था कि मेरे पूर्व जितनी भी सरकारे थी उन सबका योगदान देश के विकास में अपने-अपने समय पर रहा है: राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री
- कई बार विपक्ष की तरफ से ये बात सामने आती है कि आप कहते हैं कि सब मोदी जी की सरकार ने किया है पिछली सरकारों ने तो कुछ भी नहीं किया। मैं इस मामले में ये कहना चाहता हूं कि इस प्रकार का आरोप लगाना उचित नहीं है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार गांव, गरीब और किसान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आने वाले कल में भी रहेगी: कृषि मंत्री
- केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर संसद पहुंचे।