नई दिल्ली। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना (Corona) वायरस का नया म्यूटेंट N440K बाकी स्ट्रेन के मुकाबले 10 से 1000 गुना अधिक संक्रामक है। साथ ही कहा जा रहा है कि इसे नए म्यूटेंट के कारण ही देश के कुछ हिस्सों में कोहराम मचा हुआ है। पहली बार म्यूटेंट N440K आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के करनूल शहर में पाया गया था। अब आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित देश के कई हिस्सों में ये म्यूटेंट तेजी से फैल रहा है।आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के नए मामलों में एक तिहाई इसी वेरिएंट के चलते आए हैं।
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आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के कुरनूल मेडिकल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने कहा था कि कोरोनो वायरस का ये वैरिएंट N440K दोबारा संक्रमण का कारण बन सकता है। यह वैरिएंट इम्यून सिस्टम को चकमा देकर निकल सकता है और Covid-19 से ठीक हो चुके मरीजों को दोबारा संक्रमित कर सकता है।
विशेषज्ञों का दावा है कि कोरोनावायरस के आंध्र वेरिएंट N440K इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। ये वेरिएंट देश के दक्षिणी राज्यों में बहुत ज्यादा तेजी से फैल रहा है। सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के सलाहकार राकेश मिश्रा ने कहा कि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना के नमूनों में मौजूद N440K स्ट्रेन जल्द ही खत्म हो जाएगा।
India reports 3,82,315 new #COVID19 cases, 3,38,439 discharges and 3,780 deaths in the last 24 hours, as per Union Health Ministry
Total cases: 2,06,65,148
Total recoveries: 1,69,51,731
Death toll: 2,26,188
Active cases: 34,87,229Total vaccination: 16,04,94,188 pic.twitter.com/8ojDDAjfq7
— ANI (@ANI) May 5, 2021
डायरेक्टर ने पहले कहा था कि कोरोनावायरस के वेरिएंट जो दुनियाभर के देशों में चिंता की वजह हैं उनका भारत में कम प्रसार देखा गया है। इनमें E484K और N501Y म्यूटेशन वाले वेरिएंट हैं. हालांकि इनका स्पष्ट रूप से प्रसार इसलिए नहीं हो सका क्योंकि इसकी सीक्वेंसिंग यहां ज्यादा नहीं है, हालांकि इनकी सही स्थिति का पता लगाने के लिए देश भर में नए वेरिएंट की पहचान करनी जरूरी है।
CSIR-CCMB की नई स्टडी के मुताबिक कुछ कोरोना वेरिएंट भारत के कुछ राज्यों में ज्यादा फैल रहे हैं। हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि N440K दक्षिणी राज्यों में ज्यादा फैल रहा है। इसके प्रसार को ठीक से समझने के लिए इसकी निगरानी की जरूरत है. नए वेरिएंट्स का सटीक और सही समय पर पता लगाने से इसके बदतर और संक्रामक लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसके खतरनाक परिणामों को रोकने के लिए निगरानी बेहद महत्वपूर्ण है। N440K स्ट्रेन ज्यादातर आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना राज्यों में फैल रहा है।
विशेषज्ञों ने इस बात की भी सलाह दी है कि इस दौरान सही तरीके से कोविड व्यवहार किए जाने की जरूरत है। Study की प्रमुख ऑथर सुरभि श्रीवास्तव ने कहा है कि वैक्सीन (Vaccine) के विकास और उसकी सफलता सकारात्मक है, लेकिन वायरस की रोकथाम के उपायों जैसे मास्क पहनना, हाथों की सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग वायरस को हराने के प्रभावी टूल्स साबित हो सकते हैं।