नई दिल्ली। सेहत सबके लिए बहुत ही जरुरी है, और सेहत के साथ कुछ होता है तो व्यक्ति हमेशा परेशान रहता है। और आज के वक्त में हर किसी को कोई ना कोई बीमारी रहती है, हर कोई परेशान है। और लोगों के बीच में अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो कि काफी तेजी से फैल रही है।
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अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो किसी भी उम्र के लोगों को आसानी से हो जाती है। बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से अब इसके मामले और ज्यादा आने लगे हैं। दरअसल, अस्थमा में सांस की नली में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ होती है।
ये है अस्थमा के कुछ संकेत-
1.लगातार खांसी आना- ज्यादातर लोगों को सर्दी-जुकाम या फिर ब्रोंकाइटिस में कफ या सूखी खांसी आती है, ये अस्थमा का भी संकेत हो सकता है। ‘हंसने या या लेटने के बाद आपकी खांसी और बढ़ जाती है और ये खांसी आपके गले से नहीं बल्कि छाती से आती है। इस तरह के अस्थमा को कफ वैरिएंट अस्थमा कहते हैं। आपको घरेलू नुस्खों से राहत नहीं मिलती है तो डॉक्टर से संपर्क कर अपनी दवा शुरू कराएं।
2. सांस फूलना- लगातार उबासी, सांस फूलना या गहरी सांस की वजह हमेशा चिंता या थकान नहीं होती है। उबासी या गहरी सांस लेने से शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिलता है और कार्बन डाइऑक्साइड भी ज्यादा बाहर निकलता है। ये तीनों चीजों वायुमार्ग में आए असंतुलन की वजह से होती हैं।
3.थकान हमेशा रहना- ठीक से ना सो पाने की वजह से एनर्जी कम हो जाती है और इसका असर मानसिक रूप से भी पड़ता है। सांस की घरघराहट की वजह से थकान महसूस करना अस्थमा का शुरूआती लक्षण हो सकता है। अच्छी बात ये है कि अस्थमा के लक्षण कंट्रोल होते ही नींद की समस्या भी दूर हो जाती है।
4. सीने में जकड़न- सीने में जकड़न या दर्द हमेशा दिल की बीमारी की वजह से नहीं होता है। ये भी अस्थमा का एक मुख्य लक्षण हो सकता है। सीने में जकड़न की वजह से अस्थमा अटैक आ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अस्थमा अटैक की वजह से सीने में जकड़न, सांस लेने में तकलीफ और कफ का अनुभव होता है। ज्यादातर लोग सीने में जकड़न को हार्ट अटैक समझने की गलती कर लेते हैं।