नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने समूचे विश्व को हिलाकर रख दिया। संक्रमण के भय ने परस्पर सहयोग का भाव ही बदल दिया, तो कई ऐसे हीरो भी नज़र आए जो सब कुछ भुलाकर दिन रात लोगों की सेवा में लगे रहे। कोरोना के दौर ने हमें ऐसे लोगों से रूबरू करवाया जो सही मायने में प्रेरणा हैं। ऐसे ही एक यूथ आइकॉन हैं योगा (Yoga) एक्सपर्ट शिवम् पाण्डेय, जिन्होंने योग के ज़रिए लोगों के भय को दूर किया।
उन्होंने सिद्ध किया कि कैसे हमारी प्राचीन योग पद्धति हमें अंदर से शक्तिशाली बनाती है। योग को डेली रूटीन में शामिल कर के हम कैसे तमाम बीमारियों का मुक़ाबला कर सकते हैं। इस मुहिम में उनका साथ दिया मुम्बई की महानगर पालिका और मुम्बई पुलिस ने। अंतराष्ट्रीय योग दिवस के इस खास मौके पर आइये जानते हैं आखिर किस तरह शिव योगा के जरिए लोगों की जिंदगी बदल रहे हैं।
अस्पतालों में आम लोगों के बीच बैठकर प्रशिक्षण देते हैं शिवम्
‘द ट्रू योग विथ शिव’ एकेडमी के संस्थापक शिवम् मुम्बई के कई सरकारी वैक्सीनेशन सेंटरों, अस्पतालों (सरकारी और निजी) पर जाकर वहां के आम लोगों के बीच बैठकर लोगों को प्रशिक्षण देते हैं। जहाँ वे लोगों को यह यकीन दिलाते हैं कि हम सभी बीमारियों को अपने शरीर से कोसों दूर रख सकते हैं। पुरखों द्वारा संजोई गई इस विरासत ‘योग’ को केवल किताबों में रखने की बजाय लोग इसे अपने जीवन में उतारें। कुछ लोगों में योग को लेकर यह भ्रम होता है कि इसमें केवल आप अपने हाथ और पैरों को उल्टा सीधा मोड़ते हैं जबकि यह पूरी तरह सच नहीं है। हम कई ब्रीदिंग एक्सरसाइज से भी अपने आपको पूर्णतया स्वस्थ रख सकते हैं।
किसी भी जगह पर आप कर सकते हैं ये एक्सरसाइज
शिव इन सेंटर्स पर कई प्रकार की ब्रीदिंग एक्सरसाइज करवाते हैं जिसे आप घर, दफ्तर या कहीं भी आसानी से अपनी कुर्सी पर बैठे हुए कर सकते हैं। यह न सिर्फ फेफड़ों को मजबूत बनाएगा बल्कि रोग प्रतिकारक क्षमता को भी बढ़ाएगा, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी और लोग खुद को बहुत रिलेक्स महसूस करेंगे।
जानिए क्या है शिवम् का कहना
‘द ट्रू योग विथ शिव’ एकेडमी के संस्थापक शिवम् बताते हैं, ” पतंजलि सूत्र में लिखा है चले वाते, चले चित्तम यानि कि स्वाश जैसे चलती है वैसा मन चलता है और जैसा मन चलता है वैसे स्वाश। अर्थात स्वाश पर नियंत्रण करने से मन कि कई सारी चिंताएं दूर हो सकतीं हैं और मानव शरीर में स्ट्रेस रिस्पॉन्स सुधारता है जिससे इम्युनिटी और नर्वस सिस्टम पर सकारात्मक असर पड़ता है। इस मुहीम से हमारा यह उद्देश्य है कि लोग सही तरीके से स्वाश लेना सीख पाएं, जिससे उनका शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और अध्यात्मक स्वाश इम्प्रूव हो।”
लोगों ने शेयर किया एक्सपीरियंस
मुंबई के ‘द ट्रू योगा विथ शिव’ के संस्थापक शिवम पाण्डेय से योग सीखने वाली कोविड सर्वाइवर बिनाइफर रिपोर्टर कहती हैं, “जैसे-जैसे मैं कोविड से उबर रही थी, मैंने महसूस किया कि मेरे स्वास्थ्य की राह में धैर्य और योग दो सबसे महत्वपूर्ण पहलू बने। अपनी ऊर्जा वापस पाने के लिए, मैंने अपने योग गुरु शिव #TheTrueYogaWithShiv (#दट्रूयोगाविथशिव) के साथ गहरी साँस लेने के व्यायाम और ध्यान के साथ शुरुआत की। इन अभ्यासों ने मेरे दिमाग को शांत किया और मुझे वह ताकत दी जो कोविड के दौरान खो गई थी। वह (शिव) सावधान थे कि मैं ठीक होने कि जल्दबाजी में न पडूं बल्कि धीरे-धीरे अपनी अवस्था को ठीक करने कि ओर तत्पर रहूं। वहां से हमने गहरी सांस लेने के व्यायाम के साथ हल्के आसनों के साथ शुरुआत की। योग मेरे आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद करता है और खासकर अपने योग गुरु शिव के साथ कक्षा को पूर्ण रूप से आनंददायक बनाता है।
मुंबई के प्रसिद्ध ‘द ट्रू योगा विथ शिव’ के संस्थापक शिवम पाण्डेय से योग सीखने वाले मुंबई स्थित दादर के रहीवासी प्रतीक पई भी एक कोविड सर्वाइवर हैं वह बताते हैं कि “मैं 1 अगस्त 2020 को कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान कोविड पॉजिटिव था। मुझमें स्वाद नहीं आने और किसी भी महक को सूंघ नहीं पाने के लक्षण थे। इसके अलावा मुझमें कोई और लक्षण नज़र नहीं आए। चूंकि मैं पहले से ही शिवम सर के साथ योगाभ्यास कर रहा था, इसलिए मुझे किसी अन्य लक्षण का अनुभव नहीं हुआ। साथ ही सांस लेने के व्यायाम और योग आसनों की मदद से मैं एक सप्ताह के भीतर ही कोविड से उबरने में सक्षम हो गया। हमेशा अपने जीवन में फिट और सकारात्मक बने रहने के लिए हमें अपनी दैनिक गतिहीन जीवन शैली में योग का समावेश करना बहुत आवश्यक है क्योंकि योग हमें न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी फिट रखने में हमारी मदद करता है। धन्यवाद शिवम सर!
शिवम् को मिल रहा लोगों का प्यार
आपको बता दें कि शिव ने मुंबई के जी नॉर्थ वार्ड से लोगों को स्वस्थ रखने वाले इस मुहिम की शुरुआत की है और उन्हें इसका बहुत अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है। वहां मौजूद डॉक्टरों के साथ वैक्सीनेशन के लिए आए लोग इसे बहुत पसंद कर रहे हैं। जिसके बाद शिव इस मुहिम को राज्य स्तर पर लेकर जाना चाहते हैं।