गुजरात में भारी बारिश, कई जिलों में जलभराव
पिछले 24 घंटों में गुजरात के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई, जिसके कारण शहरों और गांवों के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि कच्छ, जामनगर, जूनागढ़ और नवसारी सहित कुछ सबसे अधिक प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की कई टीमों को तैनात किया गया है।
जूनागढ़, जामनगर, कच्छ, वलसाड, नवसारी, मेहसाणा और सूरत के कई गांवों और कस्बों में बाढ़ आ गई। अधिकारियों के अनुसार, सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात क्षेत्र के जिलों के कई इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया और गांव जलमग्न हो गए।
सुबह तक भारी होगी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की थी कि शनिवार तक बारिश की तीव्रता कम होने लगेगी और रविवार को राज्य में मौसम सामान्य होना शुरू हो जाएगा। हालांकि आईएमडी ने कहा, उत्तर और दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र जिलों में रविवार सुबह तक भारी बारिश होगी। राज्य की राजधानी गांधीनगर अत्यधिक जलभराव की समस्या से जूझ रही है, जिसके कारण भारी ट्रैफिक जाम हो गया और जनता को असुविधा हुई। भारी बारिश के बाद कच्छ का गांधीधाम रेलवे स्टेशन जलमग्न हो गया.
24 घंटे की अवधि में 398 मिमी से अधिक बारिश
जूनागढ़ जिले के विसावदर तालुका के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) ने कहा कि पिछले 24 घंटे की अवधि में 398 मिमी की अत्यधिक भारी वर्षा हुई। एसईओसी ने पीटीआई को बताया कि जामनगर, वलसाड में कपराडा, कच्छ में अंजार और नवसारी में खेरगाम सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं।गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने शुक्रवार रात एसईओसी के साथ एक आपात बैठक की और उनसे निकासी, बचाव और राहत कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का भी आग्रह किया। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, पटेल ने जूनागढ़ और कच्छ जिलों के कलेक्टरों से बारिश की स्थिति, जलभराव, निकासी और अन्य राहत उपायों पर अपडेट लेने के लिए बात की। आईएमडी के अनुसार बुधवार तक राज्य में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।