नई दिल्ली। राजनीति में कोई भी मुलाकात केवल शिष्टाचार के लिए नहीं होती है, शिष्टाचार को माध्यम बनाया जा सकता है लेकिन, इसके पीछे एक सियासी चाल भी होती है। कुछ ऐसी ही मुलाकात से यूपी की सियासत में सरगर्मी तेज हो गई है। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक और प्रदेश के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के साथ मुलाकात की। हालांकि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर हुए इस मुलाकात को शिष्टाचार बताया गया। लेकिन, सियासी हल्कों में इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है।
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने इस मुलाकात के बाद ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा ‘आदरणीय मुलायम सिंह जी ‘नेताजी’ से उनके आवास पर भेंट कर कुशलक्षेम जाना और आशीर्वाद प्राप्त किया। मैं ईश्वर से उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु की कामना करता हूं‘
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स्वतंत्र देव सिंह का अखिलेश यादव पर हमला
बता दें कि दोनों ही तरफ से इस मुलाकात को सामान्य बताने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, इसके पीछे एक बड़ी राजनीति है। दरअसल, पिछले 21 अगस्त को भाजपा के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन हो गया था। लेकिन, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव या मुलायम सिंह यादव उन्हें श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे थे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री होने के कारण भी अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव को कल्याण सिंह को अंतिम विदाई देनी चाहिए थी, लेकिन, इन लोगों ने ऐसा नहीं किया। हालांकि, मुलायम सिंह की बीमारी और उम्र को देखते हुए, उन्हें इससे दूर रखा जा सकता है, क्योंकि सपा की कमान अखिलेश यादव के हाथों में है। लेकिन, अखिलेश यादव को इसके लिए आलोचना झेलनी पड़ी।
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स्वतंत्र देव सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था ‘अखिलेश जी अपने आवास से मात्र एक किलोमीटर दूर माल एवेन्यू में स्वर्गीय कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ को श्रद्धांजलि देने नहीं आ सके। कहीं मुस्लिम वोट बैंक के मोह ने उन्हें पिछड़ों के सबसे बड़े नेता को श्रद्धांजलि देने से तो नहीं रोक लिया? ‘ अपने उस ट्वीट में भी स्वतंत्र देव सिंह ने कल्याण सिंह को पिछड़े वर्ग का नेता बताकर सपा की राजनीति को चुनौती दी थी। कल्याण सिंह पिछड़ा वर्ग के एक बड़े नेता माने जाते रहे हैं ऐसे में अखिलेश सिंह यादव का कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचना ओबीसी की कई जातियों को उनसे नाराज कर सकता है।
यही वजह है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मुलायम सिंह के साथ मुलाकात की। इस मुलाकात के बहाने भाजपा ने अखिलेश यादव के ऊपर निशाना साधा है। उन्हें शिष्टाचार के साथ-साथ ओबीसी जातियों के नेताओं की उपेक्षा करने का भी अहसास दिलाया है। मुलायम सिंह यादव के साथ मुलाकात करके भाजपा ने बता दिया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव केवल अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं और मुस्लिमों को खुश करने के लिए उन्होंने पिछड़े वर्ग के एक बड़े नेता की उपेक्षा की है।