नई दिल्ली। जब बिमारियों की बात आती है तो कई सारी नई पुरानी बिमारियां सामने आती है। इसी में एक है डायबिटीज। दुनियाभर में मधुमेह, सबसे तेजी से बढ़ने वाली स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। वैज्ञानिकों ने कई रिपोर्टस में चिंता जाहिर की है कि जीवनशैली और खान-पान में गड़बड़ी के कारण बहुत ही कम उम्र के लोग भी इस गंभीर रोग की चपेट में आ रहे हैं। मधुमेह को ‘साइलेंट किलर’ के रूप में भी जाना जाता है, यानी कि यदि समय पर इसके रोकथाम के उपाय न किए जाएं तो सेहत के लिए यह काफी नुकसानदायक हो सकती है। तो आज इससे बचने और सेहत की समस्याओं का खत्म करने के लिए हम कुछ औषधियों को बताते है।
सोनम कपूर की मिमिक्री कर ‘जैमी लीवर’ ने सोशल मीडिया पर लगाई आग, वीडियो हुआ वायरल
डायबिटीज को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मधुमेह की समस्या हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, किडनी फेलियर और कोमा जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का भी कारण बन सकती है, इसलिए इससे बचाव के प्रयास किए जाने चाहिए। मधुमहे के खतरे और इससे बचाव के उपायों को जानने के लिए अध्ययनकर्ताओं की एक टीम ने बड़ा दावा किया है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा तुलसी के पत्तों का सेवन भी मधुमेह के खतरे को काफी हद तक कम करने के साथ, स्थिति में सुधार करने में भी सहायक हो सकता है। और इस डायबिटीज में तुलसी की पत्तियों के लाभ- प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में तुलसी के पत्तों से होने वाले तमाम तरह के लाभ का जिक्र मिलता है।
आधुनिक मेडिकल चिकित्सा भी इन फायदों के बारे में जानने के लिए अध्ययन कर रही है। इसी से संबंधित एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने तुलसी के फायदों के बारे में बताया है। मधुमेह में तुलसी के फायदों को जानने के लिए शोधकर्ताओं ने डायबिटिक चूहों पर अध्ययन किया। अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि तुलसी की पत्तियां ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायक हो सकती हैं।
एक्ट्रेस Deepika padukone को मिला ये अवॉर्ड, बनी पहली भारतीय कलाकार
और इस अध्ययन के लिए चूहों को तुलसी का अर्क देने से पहले उनके ब्लड शुगर की जांच की। चार सप्ताह तक किए गए इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि तुलसी का अर्क ब्लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने में काफी सहायक हो सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि तुलसी की पत्तियों में पाया जाने वाला इथेनॉल, ब्लड शुगर को तेजी से कम करने में कारगर है। एक महीने तक चले इस अध्ययन के अंत में वैज्ञानिकों ने चूहों के ब्लड शुगर स्तर में 26.4 प्रतिशत की कमी देखी।
जब तुलसी के फायदे की बात आती है तो अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि तुलसी की पत्तियां मेटाबॉलिक स्ट्रेस को लक्षित करती हैं जो वजन घटाने और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायता कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि तुलसी की पत्तियों में हाइपोग्लाइकेमिक गुण होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर और मधुमेह की जटिलताओं को कम करने में भी मदद कर सकते हैं। कुछ और अध्ययनों में वैज्ञानिकों ने पाया था कि तुलसी की पत्तियों का सेवन अग्नाशयी बीटा-सेल फ़ंक्शन और इंसुलिन स्राव के स्तर में भी सुधार कर सकती है।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।