नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण (Corona virus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2,68,833 नए मामले सामने आए है। इसके साथ ही एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 14,17,820 हो गई है। देश में फिलहाल डेली पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 16.66% हो गई है। कल के मुकाबले आज देश में कोरोना के 4,631 ज्यादा मामले आए हैं। कल कोरोना के 2,64,202 केस आए थे। देश के पांच राज्यों में ही नए कोरोना मामलों के 53 प्रतिशत केस दर्ज किए हैं। इसमें महाराष्ट्र का नाम सबसे ऊपर है।
Corona virus: देश में कोरोना के 2,64,202 नए मामले, 315 मरीजों की मौत
1,22,684 मरीज हुए स्वस्थ
शुक्रवार को भी महाराष्ट्र (Corona virus) में सबसे ज्यादा 43,211 केस दर्ज किए गए हैं। इसके बाद कर्नाटक में 28,723 नए केस दर्ज किए गए। वहीं, दिल्ली में 24,383, तमिलनाडु में 23,459 और पश्चिम बंगाल में 22,645 नए केस मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गुरुवार को 1,22,684 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
ओमिक्रॉन की संख्या में भी बढ़ोतरी
पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 402 मरीजों की मौतें हुई हैं, जिससे मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 4,85,752 हो गई है। देश में अब तक कुल 3,49,47,390 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इसके साथ ही भारत में एक्टिव केस का प्रतिशत 3.85 हो गया है। वहीं रिकवरी रेट 94.83 के करीब है। कोरोना के साथ-साथ देश में ओमिक्रॉन के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं। अब ओमिक्रॉन की संख्या 6 हजार पार कर गई है। अब तक देश में ओमिक्रॉन के कुल 6,041 मामले आ चुके हैं।
भारत में कोरोना की तीसरी (Corona third wave) लहर पर लगाम लगाने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके साथ ही टीकाकरण और टेस्टिंग के आंकड़ों पर भी जोर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के मुताबिक, अभी तक देश में वैक्सीन की 156.02 करोड़ खुराक दी जा चुकी है। देश में शुक्रवार को 16 लाख से अधिक टेस्ट किए गए थे।
गणतंत्र दिवस पर कोरोना का साया
देश की राजधानी दिल्ली में ऐसा दूसरी बार होगा जब गणतंत्र दिवस (Republic Day) को कोरोना महामारी के साए में मनाया जाएगा। पिछली बार की तरह इस साल भी यह समारोह ऐसे समय में होगा जब कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस दौरान वहां पर आयोजन के तरीके में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है।
रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बताया कि पिछले साल परेड में शामिल होने वाले 25,000 लोगों की तुलना में इस बार 24,000 लोगों को इसे देखने की अनुमति होगी। हालांकि यह आम दर्शकों, गणमान्य व्यक्तियों, सरकारी अधिकारियों, बच्चों, एनसीसी कैडेटों, राजदूतों, सीनियर नौकरशाहों और राजनेताओं के बीच होगी।