नई दिल्ली : रिया चक्रवर्ती बुधवार को भायखला जेल से बाहर आ गईं। जेल से बाहर आने के बाद गुरुवार को रिया चक्रवर्ती सांताक्रूज पुलिस स्टेशन पहुंचीं। रिया दरअसल हाजिरी लगाने के लिए रिया स्टेशन पहुंची थीं।
बता दें कि उच्च न्यायालय ने रिया चक्रवर्ती को जमानत देते हुए उनसे एनसीबी को अपना पासपोर्ट सौंपने और विशेष एनडीपीएस अदालत की अनुमति के बिना देश के बाहर ना जाने का निर्देश दिया। पीठ ने उनसे एनसीबी की आज्ञा के बिना मुंबई से बाहर ना जाने और जमानत पर बाहर रहने के दौरान सबूतों के साथ छेड़छाड़ ना करने को भी कहा।
अदालत ने रिया से निजी मुचलके के तौर पर एक लाख रुपए जमा कराने और रिहाई के बाद शुरुआती 10 दिन निकटतम पुलिस थाने में पेश होने का निर्देश भी दिया। अदालत ने कहा कि रिया के अलावा जिन लोगों को जमानत दी गई है, उन्हें भी मुंबई से बाहर जाने के लिए NCB के जांच अधिकारियों की अनुमति लेनी होगी।
रिया की मां ने कहा, ‘रिया पर जो बीती है उससे वह कैसे उबर पाएगी। उसे इन सबसे बाहर निकालने के लिए हमें उसकी थेरेपी करवानी होगी। हालांकि रिया फाइटर और स्ट्रॉंग है। लेकिन अभी भी यह सब खत्म नहीं हुआ है क्योंकि मेरा बेटा शौविक अभी जेल में है। मैं यह सोच-सोचकर पागल हो जाती हूं कि कल क्या होगा।’
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रिया की मां ने कहा कि वह सो नहीं पाती थीं, खाना नहीं खाती थीं और कभी-कभी अचानक रात में नींद खुल जाती थी क्योंकि उनके दोनों बच्चे जेल में थे। उन्होंने कहा, ‘मेरा परिवार बर्बाद हो गया। मुझे आत्महत्या के खयाल आने लगे थे। जैसे ही दरवाजे की घंटी बजती, हम डर जाते हैं। पता नहीं कौन आ जाए। कई बार रिपोर्टर CBI बनकर भी हमारी बिल्डिंग में घुस आते। हमें दरवाजे के बाहर CCTV लगवाने पड़े।’