नई दिल्ली। पनामा पेपर्स मामले (Panama Papers Leak) से जुड़ी जांच को लेकर बच्चन परिवार की बहू ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) दिल्ली स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर में पहुंच गई हैं। ईडी ने मामले में चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए उन्हें समन भेजा था। जानकारी के मुताबिक ईडी की तरफ से ऐश्वर्या राय से पूछे जाने वाले सवालों की सूची पहले से तैयार कर ली गई है। मामले में इससे पहले अभिषेक बच्चन से पिछले महीने ही पूछताछ हुई थी।
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देश की कई बड़ी हस्तियां शामिल
पनामा पेपर्स मामले (Panama Papers Leak) की जांच के सिलसिले में कई बड़े चेहरों से पूछताछ हो चुकी है। देश की कई बड़ी हस्तियां जांच में शामिल हो चुकी हैं। ईडी ने 2016 के ‘पनामा पेपर’ लीक मामले में पूछताछ के लिए अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन को समन भेजा था।
बच्चन परिवार को नोटिस
पनामा पेपर्स लीक का यह वैश्विक मामला सामने आने पर निदेशालय 2016 से इस संबंध में जांच कर रहा है। उसने बच्चन परिवार को नोटिस जारी कर उसे आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) की उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत 2004 से अपने विदेशी प्रेषण की जानकारी देने को कहा था।
विदेशों में धन जमा कराया
अधिकारियों ने बताया कि बच्चन परिवार से जुड़ी कथित अनियमितताओं के कई अन्य मामले संघीय जांच (Panama Papers Leak) एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आइसीआइजे) ने पनामा की विधि कंपनी मोसैक फोन्सेका से प्राप्त दस्तावेजों की जांच के बाद विश्व के कई ऐसे नेताओं और जानी मानी हस्तियों के नाम उजागर किए थे, जिन्होंने विदेशों में धन जमा कराया है।
अमिताभ बच्चन को बनाया गया था 4 कंपनियों का डायरेक्टर
दरअसल, साल 2016 में पनामा के लॉ फॉर्म के कागज लीक हो गए थे, जिसमें विश्व के कई बड़े नेता, व्यापारी और फिल्म जगत से जुड़े लोगों के नाम सामने आए थे। लीक (Panama Papers Leak) हुए इन पेपर्स में भारत के करीब 500 लोगों के नाम शामिल थे। इसमें बच्चन परिवार भी शामिल था।
खुलासे से जुड़ी एक रिपोर्ट के मुताबिक अभिताभ बच्चन को 4 कंपनियों का निर्देशक बनाया गया था। ये कंपनियां करोड़ों के कारोबार में शामिल पाई गई थीं। वहीं, ऐश्वर्या (Aishwarya Rai) को भी अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, उनके माता-पिता भी कंपनी में पार्टनर थे।
सरकार लगातार कर रही कार्रवाई
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा में बताया कि ‘इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स’ (आईसीआईजे) के खुलासा किए गए मामलों में की गई निरंतर जांच से अब तक अघोषित विदेशी खातों में 11,010 करोड़ रुपये से अधिक जमा का पता चला है।
पनामा तथा पैराडाइज पेपर लीक के 52 मामले
चौधरी ने कहा कि अभी तक पनामा तथा पैराडाइज पेपर लीक मामले में 153.88 करोड़ रुपये बतौर कर एकत्र किए गए हैं। इसके अलावा पनामा तथा पैराडाइज पेपर लीक के 52 मामलों में काला धन कानून, 2015 के तहत आपराधिक अभियोजन शिकायतें दर्ज की गई हैं। साथ ही 130 मामलों में काला धन कानून के तहत कार्रवाई शुरू की गई है।