नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से कृषि कानून को लेकर किसान आंदोलन चल रहा है जिसके चलते ना सरकार कुछ कर रही हैं और ना किसान पीछे हट रहे है। किसानों में बहुत गुस्सा देखने को मिल रहा है। किसान नेताओं से, मीडिया वालों से, कई बड़ी कम्पनीओ से भी गुस्सा है। मौसम का हाल तो बुरा है पर किसान अपनी शर्तो से पीछे हट नहीं रहे है।
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किसानों का ये गुस्सा बहुत ज्यादा बड़ रहा है। और इसके कई लोगों को तकलीफ भी हो रही है। देखा जा रहा है कि पिछले कई दिनों से किसान पंजाब में जियो के मोबाइल टावरों को निशाना बनाया जा रहा था।जिसके चलते कपंनी ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप की मांग की थी।
जब किसानों का दुरव्यहार रिलांयन कपंनी की तरफ ज्यादा बड़ने लगा और काफी नुकसान होने लगा तो फिर से कंपनी ने एक कदम उठाया है। कंपनी ने सोमवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर रिलायंस ने शासन से उपद्रवियों द्वारा तोड़फोड़ की गैरकानूनी घटनाओं पर तत्काल रोक लगाने की मांग की। याचिका में कहा गया है कि उपद्रवियों द्वारा की गई तोड़फोड़ और हिंसक कार्यवाही से रिलायंस से जुड़े हजारों कर्मचारियों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है।
कपंनी का दावा है कि किसानों को भड़काया जा रहा है और इसके पीछे कोई और है जो कि रिलायंस कंपनी के खिलाफ लागातार गलत काम करने की सजिश कर रहा है। कपंनी ने साफ कर दिया है कि वो खुद किसानों के साथ है, कपंनी ने कहा है जो किसान देश के लिए इतना करते है हम उनका सम्मान करते है।