नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को राकांपा सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की बात कही।
Parliament Winter Session: निलंबित सांसदों के समर्थन में विपक्षी नेताओं का धरना
भाजपा के खिलाफ लड़ाई
एक ओर बनर्जी (Mamata Banerjee) ने टिप्पणी की कि, अब संप्रग जैसा कुछ नहीं है और ज्यादातर समय विदेश में रह कर कोई कुछ भी हासिल नहीं कर सकता है। वहीं, पवार ने कहा कि वर्तमान में नेतृत्व कोई मुद्दा नहीं है और भाजपा के खिलाफ लड़ाई में समान विचार रखने वाली सभी पार्टियों का स्वागत है।
सभी पार्टियों के मिलने से भाजपा को हराना आसान
इससे पहले ‘सिविल सोसायटी’ के सदस्यों के साथ बातचीत में बनर्जी (Mamata Banerjee) ने दावा किया कि, विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोगों की एक सलाहकार समिति गठित करने की सलाह उन्होंने कांग्रेस को दी थी, लेकिन यह योजना परवान नहीं चढ़ी। यहां सिविल सोसायटी के लोगों के साथ बातचीत में बनर्जी ने कहा कि अगर सभी क्षेत्रीय पार्टियां साथ आ गईं तो भाजपा को हराना आसान होगा।
मुंबई की तीन दिवसीय यात्रा
बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि, हम कहना चाहते हैं, भाजपा हटाओ, देश बचाओ। बनर्जी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) में उनकी पार्टी तृणमूल अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के संबंध में आयी दूरी की पृष्ठभूमि में बनर्जी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं से मिलने मुंबई की तीन दिवसीय यात्रा पर आयीं हैं।
जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस साल बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी को मिली जीत के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। हाल ही में मेघालय में कांग्रेस के 17 विधायकों में से 12 तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए, जिससे वह राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई। यह पूछने पर कि क्या वह भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करेंगी, बनर्जी ने कहा कि वह ‘‘जमीन से जुड़ी कार्यकर्ता हैं’’ और ऐसी ही रहना चाहती हैं।
राहुल गांधी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा, राजनीति में निरंतर प्रयास आवश्यक है। आप हमेशा विदेश में नहीं रह सकते। उन्होंने कहा, मैंने कांग्रेस को सलाह दी थी कि विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोगों की एक सलाहकार समिति गठित की जाए, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने लिया फैसला
बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि भाजपा सुरक्षित नहीं है और देश को सुरक्षित रखने की जरुरत है। उन्होंने दावा किया, अपने कार्यकर्ताओं पर विश्वास रखें। तीनों कृषि कानून वापस लिए गए और संसद में चर्चा की अनुमति नहीं दी गई… क्यों? क्योंकि वे डरे हुए हैं कि (कृषि कानून) निरस्त करने का फैसला उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
उत्तर प्रदेश चुनाव नहीं लड़ रही तृणमूल कांग्रेस
बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा, मैं (तृणमूल कांग्रेस) उत्तर प्रदेश चुनाव नहीं लड़ रही हूं। उन्होंने कहा कि तृणमूल बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी तबकों के लिए काम करेगी, लेकिन गरीबों पर ज्यादा ध्यान देगी। उन्होंने कहा कि गैरकानूनी गतिविधियां निषेध कानून (यूएपीए) का देश में दुरुपयोग हो रहा है।
यूएपीए का बुरी तरह दुरुपयोग
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने दावा किया, यूएपीए आंतरिक सुरक्षा और बाहरी खतरों से रक्षा के लिए है। यह आम लोगों के लिए नहीं है। यूएपीए का बुरी तरह दुरुपयोग हो रहा है। आयकर विभाग, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का भी दुरुपयोग हो रहा है।
सार्वजनिक उपक्रमों को बेचे जाने के खिलाफ
बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है और वह अपनी अंतिम सांस तक लड़ेंगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेचे जाने के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, रोजगार और सृजन होना चाहिए। हमें लगता है कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र को साथ-साथ चलना चाहिए, लेकिन रोजगार और गरीबों पर कुप्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।
किसी को भी छोडने का कोई सवाल नहीं: बनर्जी
बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शरद पवार के बंगले ‘सिल्वर ओक’ पर करीब एक घंटे मुलाकात की। मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा, जो भी भाजपा के खिलाफ है, सभी का हमारे साथ आने के लिए स्वागत है। यह पूछने पर कि क्या कांग्रेस के बगैर गठबंधन का विचार है। उन्होंने कहा, किसी को भी छोडने का कोई सवाल नहीं है।
भाजपा के खिलाफ मजबूत विकल्प
राकांपा प्रमुख ने कहा कि, हमने मौजूदा स्थिति और सभी समान विचारधारा वाले दलों को साथ आने और भाजपा का एक मजबूत विकल्प प्रदान करने की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने कहा, हमें समेकित नेतृत्व का मंच और भाजपा के खिलाफ मजबूत विकल्प देना है। फिलहाल नेतृत्व कोई मुद्दा नहीं है। यह बाद की बात है।
अब कोई संप्रग नहीं: ममता बनर्जी
वहीं ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा, फासीवाद से कोई अकेले दम नहीं लड़ सकता है। हमें एकजुट होकर लडना होगा। जो लड़ रहे हैं, उन्हें साथ आना चाहिए। कोई क्या कर सकता है अगर वह लड़े ही ना। यह पूछने पर कि क्या वह चाहती हैं कि पवार कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के अध्यक्ष बनें, अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में बनर्जी ने कहा, अब कोई संप्रग नहीं है।
बॉलीवुड के लोकप्रिय व्यक्तियों का किया जिक्र
इससे पहले सिविल सोसायटी के सदस्यों के साथ बैठक में बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शाहरूख खान जैसे बॉलीवुड के लोकप्रिय व्यक्ति को परेशान किए जाने का जिक्र भी किया। गीतकार जावेद अख्तर, फिल्म निर्माता महेश भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर, अभिनेत्री रिचा चड्ढा और हास्य कलाकार मुनवर फारूकी सहित अन्य लोगों ने इस चर्चा में हिस्सा लिया। बनर्जी ने कहा, विविधता में एकता हमारा आदी (शुरुआत) है। भारत को श्रमबल पसंद है बाहुबल नहीं। हम क्रूर, अनैतिक और अलोकतांत्रिक विचारों का सामना कर रहे हैं।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।