नई दिल्ली। अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो गया है। तालिबानी लगातार दावा कर रहा है कि वो किसी से बदला नहीं लेंगा। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो तालिबानी हुकूमत के ये सारे दावे खोलले और बेवुनियाद नजर आते है, संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका (America) या उसकी अगुवाई वाली NATO सेना का साथ देने वाले अफगानियों की खोज में तालिबान घर-घर जाकर तलाशी ले रहा है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि तालिबान ने उन लोगों की लिस्ट तैयार की जिन्हें वह गिरफ्तार करना चाहता है। साथ ही वह इन लोगों को धमकी दे रहा है कि वे सामने नहीं आए तो उनके परिवार के लोगों को मार देंगे या फिर गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
तालिबान का नाम लिए बिना बोले रक्षा मंत्री-भारत के लिए बढ़ गईं चुनौतियां!
तालिबान के खौफ से काबुल एयरपोर्ट पर हाहाकार
काबुल एयरपोर्ट पर तालिबान के खौफ से अफरातफरी लगातार बनी हुई है। लोग देश छोड़ने को मजबूर है वो किसी भी तरह से तालीबानी चुंगल से निकलना चाह रहे है। एयरपोर्ट से लगातार ऐसी तस्वीरें सामने आ रही हैं जिनमें लोग अमेरिकी सैनिकों के सामने रोते-बिलखते नजर आ रहे हैं। वे कह रहे हैं कि उन्हें अंदर जाने दें, नहीं तो तालिबान मार देगा। इतना ही नहीं कई लोग तो अपने बच्चों को दीवार के ऊपर से फेंककर एयरपोर्ट के अंदर दाखिल करवा रहे हैं।
तेज प्रताप यादव आर पार के मूड में, जगदानन्द सिंह को लेकर कहीं बड़ी बात…
राष्ट्रीय झंडा फहराया, तालिबान ने 2 को गोली मारी
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के दिन तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर अपना झंडा गाड़ दिया। इसके ठीक पांचवें दिन यानी 19 अगस्त को अफगानिस्तान अपनी आजादी का जश्न मना रहा था। इस दौरान अफगानिस्तान के कई इलाकों में तालिबानी हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन हुए और लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज लहराया। इससे बौखलाए तालिबान ने भीड़ पर फायरिंग कर दी। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई।
तालिबान के बाद अब भूकंप ने अफगानिस्तान को हिलाया, काबुल से 122 KM दूर बना केंद्र
UAE में हैं अशरफ गनी, वीडियो जारी किया
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश में तालिबान की वापसी के बाद काबुल छोड़कर भागने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि खून-खराबा रोकने का यही एक रास्ता था। उन्होंने ताजिकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत के उन दावों को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने राजकोष से लाखों डॉलर की चोरी की है।
गनी ने बुधवार देर रात अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिससे यह पुष्टि हो गयी कि वह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हैं। उन्होंने अपने संदेश में अफगान सुरक्षा बलों का शुक्रिया अदा किया लेकिन साथ ही कहा कि ‘शांति प्रक्रिया की नाकामी’ के कारण तालिबान ने सत्ता छीन ली।