नई दिल्ली। श्रीनगर (Srinagar Attack) के जेवन में सोमवार को हुए आतंकी हमले (Terrorist Attack) में पुलिस के 13 जवान घालय हो गए थे। जिनमें से तीन जवान शहीद हो गए। जम्मू-कश्मीर में जम्हूरियत की मजबूती और अमन बहाली से बौखलाए आतंकियों ने श्रीनगर के जेवन इलाके में पुलवामा हमला दोहराने की साजिश रची थी। इस हमले में पाकिस्तानी आतंकी के भी शामिल होने की आशंका है। श्रीनगर बस हमले में सहायक उप निरीक्षक गुलाम हसन, कॉन्सटेबल रमीज अहमद और शफीक अली शहीद हो गए। मंगलवार को पुलिस लाइन्स, रियासी में शफीक अली को श्रद्धांजलि दी गई है।
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जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की नौवीं बटालियन पर हुआ हमला
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम पंथा चौक क्षेत्र के जेवान में 25 पुलिसकर्मियों को ले जा रही बस पर आतंवादियों ने गोलीबारी की। अधिकारियों ने बताया कि हमले में जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की नौवीं बटालियन के कम से कम 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद घायल पुलिसकर्मियों को आनन-फानन में नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया। जहां सोमवार को इनमें से दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। वहीं, तीसरे पुलिसकर्मी रमीज अहमद ने मंगलवार सुबह दम तोड़ा दिया।
कई बड़े कमांडरों को मार गिराया
पांच अगस्त 2019 के बाद दहशतगर्दों ने कई हमले किए, लेकिन सुरक्षा बलों पर इस प्रकार का बड़ा हमला पहली बार हुआ है। इन दो सालों में सुरक्षा बल ही आतंकियों पर काल बनकर टूटे हैं। कई बड़े कमांडरों को मार गिराया गया है। लगभग सभी आतंकी संगठनों को नुकसान पहुंचा है। खासकर लश्कर-ए-तैयबा को। दक्षिणी कश्मीर में मजबूत स्थिति में रहे हिजबुल मुजाहिदीन की लगभग कमर टूट चुकी है।
आईएसआई की ओर से आतंकी संगठनों पर लगातार दबाव
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की ओर से आतंकी संगठनों पर लगातार दबाव था कि बड़े हमले को अंजाम दिया जाए। ताकि सरकार की ओर से हालात सामान्य होने और आतंकियों के सफाए संबंधी दावे की धार को कमजोर किया जा सके।
जवानों को निशाना बनाने की साजिश
इसी वजह से सशस्त्र बलों (Srinagar Attack) के जवानों को निशाना बनाने की साजिश रची गई और स्थान भी आईआरपी बटालियन के मुख्यालय को चुना गया। पिछले दिनों खुफिया एजेंसियों के पास इनपुट था कि आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसमें सुरक्षा बलों के साथ ही उनके प्रतिष्ठान, महत्वपूर्ण स्थान को निशाना बनाया जा सकता है। पुलिस को इनपुट था कि कार बम से शहर में हमला किया जा सकता है।
पाकिस्तान घाटी में शांति नहीं चाहता
शहर (Srinagar Attack) और हाईवे पर वाहनों की तलाशी ली जा रही थी। डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि सुरक्षा बलों की कार्रवाई से आतंकियों में बौखलाहट है। पाकिस्तान घाटी में शांति नहीं चाहता है। वह यहां की शांति में खलल डालने के मौके तलाशता रहता है। अमन में खलल डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मौजूदा वारदात को लेकर छानबीन की जा रही है। हमलावरों को जल्द खोज निकाला जाएगा।