नई दिल्ली। उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले (Chamoli tragedy) में ऋषिगंगा घाटी में आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बुधावर को बढ़कर 32 तक पहुंच गई। जबकि एनटीपीसी की क्षतिग्रस्त तपोवन—विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे 30—35 लोगों को बाहर निकालने के लिए सेना, एनडीआरएफ, एयरफोर्स सहित विभिन्न एजेंसियों का संयुक्त बचाव एवं राहत अभियान लगातार आज पांचवें दिन जारी है। इसी कड़ी में आज तपोवन टनल में ड्रिलिंह ऑपरेशन शुरू किया गयाहै। इस ड्रिलिंग के जरिए 12 से 13 मीटर लंबा छेद करने की कोशिश की जा रही है, जिससे पता चल सके कि अंदर कोई मौजूद है या नहीं।
Drilling operation started by rescue teams at 2:00 AM today to peep into tunnel 12 to 13 meters below: ITBP. #Uttarakhand pic.twitter.com/mtbB73mT4d
— ANI (@ANI) February 11, 2021
राउरकेला में अपराधियों का तांडव, किया होटल मालिक की हत्या, पुलिस जांच में जुटी
रविवार को ऋषिगंगा घाटी में पहाड़ से गिरी लाखों मीट्रिक टन बर्फ के कारण ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदियों में अचानक आई बाढ़ से 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा जल विद्युत परियोजना पूरी तरह तबाह हो गयी थी। जबकि बुरी तरह क्षतिग्रस्त 520 मेगावाट तपोवन-विष्णुगाड परियोजना की सुरंग में काम कर रहे लोग उसमें फंस गए थे। घटना के बाद से ही वहां लगातार तलाश और बचाव अभियान चलाया जा रहा है जिसमें सेना, एनडीआरएफ, आइटीबीपी और एसडीआरएफ शामिल हैं ।
आपको बता दें सुरंग के घुमावदार होने तथा वहां भारी मलबा, गाद और पानी बहने के कारण अभियान में बाधा आ रही है। तपोवन में परियोजना स्थाल पर मौजूद परियोजना सलाहकार ए के श्रीवास्तव ने कहा कि अंदर फंसे लोगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए ड्रिलिंग जैसे उपायों पर विचार किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि सुरंग से लगातार मलबा बहकर आ रहा है जिसके कारण बचाव दल आगे नहीं जा पा रहे हैं। सुरंग की आकृति भी जटिल है जिसे समझने के लिए एनटीपीसी के अधिकारियों से संपर्क साधा गया है।
VIDEO: चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही, मचा कोहराम
उत्तराखंड में फिर कुदरत का कहर
देवभूमि उत्तराखंड में रविवार को फिर कुदरत का कहर देखने को मिला है। एका-एक ग्लेशियर टूट जाने के कारण देखते ही देखते पानी के तेज बहाव ने उत्तराखंड के कई जिलों को तहश-नहस कर दिया। इस कुदरती हादसे में पुल से लेकर घर तक को नुकसान हुआ है। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा, सुरंग में फंसे लोगों का जीवन बचाने के लिए हम हर मुमकिन प्रयास करेंगे। रेस्क्यू टीम ने अभी तक कुल 32 लोगों के शवों को बरामद किया है। जबकि 174 से अधिक लोग गायब बताए जा रहे हैं। वहीं बचाव और राहत अभियान कार्य में स्थानीय प्रशासन से लेकर सेना और एयरफोर्स तक रेस्क्यू में करने में जुटी है।