नई दिल्ली। डॉक्टर का बेटा डॉक्टर, टीचर का बेटा टीचर और सुपरस्टार का बेटा सुपरस्टार बन जाए ऐसा तो बिलकुल भी जरुरी नहीं है। परंतु ये कहावत बॉलीवुड में एक्टिंग के बादशाह रणवीर कपूर (Ranbir Kapoor) पर बिलकुल सटीक बेढ़ती है। क्योंकि रणवीर के पिता ऋषि कपूर भी बॉलीवुड के अच्छे कलाकारों की लिस्ट में शामिल होते थे, और आज रणवीर कपूर भी अपने पिता की तरह ही एक बेहतरीन एक्टर है।
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रणवीर (Ranbir Kapoor) ने एक के बाद एक फिल्मों में ऐसी एक्टिंग की जो फैंस को हमेशा ही पसंद आई है और सेलेब्स से लेकर आम इंसान तक, हर कोई रणवीर की अदाकारी का दिवाना है। लेकिन इतनी अच्छी एक्टिंग करने के बाद भी सुपस्टार की लिस्ट में क्यूं अब तक रणवीर शामिल नहीं हुए है, क्या वजह है कि रणवीर कूपर को वो फेम नहीं मिल पाया जो उनको उनकी मेहनत को देखते हुए मिलना चाहिए। जानते है कुछ ऐसी ही बातों के बारें में जो बॉलीवुड में चलती है।
अगर कहा जाए कि बॉलीवुड पर कुछ लोगों ने अपना राज कर रहा है, अपनी हुकुमत चला रखी है तो गलत नहीं होगा। क्योकिं सुपरस्टार की लिस्ट में तो आज भी खानों नें अपना नाम का सिक्का जमा रखा है जबाकि उनको एक्टिंग का A भी नहीं आता है। यहीं वजह है कि जिन सेलेब्स को एक्टिंग करना, एक्टिंग से लोगों को प्रभावित करना और एक्टिंग से किरदार के साथ इन्साफ करना जिनको आता है उनको सुपरस्टार की लिस्ट में शामिल नहीं किया जाता है। इसमें एक नाम कपूर खानदान के चिराग रणवीर का भी नाम आता है।
वहीं अगर हम रणवीर के करियर और उनकी फिल्मों की बात करें तो उनकी एक्टिंग को आप अच्छे से समझ सकते है कि कैसे एक्टर नें मेहनत से ईमानदारी से खुद को अदाकारी के लिए तरासा है। लड़कियों के फेवरेट एक्टर रणवीर ने करियर की शुरुआत 2007 में फिल्म सांवरिया से की थी। इस फिल्म में रणवीर के साथ सोनम कपूर थी। फिल्म तो बड़े पर्दे पर इतना कमाल नहीं दिखा पाई परंतु इसी फिल्म से लोगों को समझ आ गया कि रणवीर को एक्टिंग के प्रति कितना झुकाव है।
इसके बाद एक्टर (Ranbir Kapoor) ने फिल्म बचना ए हसीनों, अजब प्रेम की गजब कहानी, राजनीति और अनजाना अनजानी में काम किया। फिल्मो तो एक के बाद एक लगातार सफल होती ही गई लेकिन इसके साथ साथ ही रणवीर भी लोगों के दिलों में अपनी एक जग बनाने में कामयाब होते चले गए। लोगों को रणवीर की एक्टिंग में एक अलग सा जादू नजग आने लगा, हर किसी को समझ आ गया है कि बड़ी लंबी पारी खेलने वाला कोई कपूर आ गया है फिर से मनोरंजन जगत में।
हर वो किरदार एक्टर ने निभाया जिसमें उनको कड़ी मेहनत के साथ फिल्मों को चुनाव भी समझदारी से करना था। परंतु ये वेक अप सिड के सिड का सीधा साधा लड़का रॉकस्टार के जिद्दी सिंगर तक तो पहुंच गया, लेकिन ये सफर रणवीर कपूर के लिए आसान बिल्कुल भी नहीं था। कितनी बार खुद रणवीर ने कहा है कि दिन रात किरदारों पर मेहनत की है, दिन रात उन्होंने अपनी बॉडी पर काम किया तब जाकर अपने किरदार के साथ न्याय कर पाए है।
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अभिनय करके एक्टर ने य़े तो साबित कर दिया है कि कपूर खानदान के खून में अभिनय की कला का हुनर भरा हुआ है। ऐसी कोई फिल्म नहीं है जिसमें एक्टर (Ranbir Kapoor) को लेकर बात ना हो, उनकी तारीफे ना की जाए, फिल्म बर्फी हो, रॉक्स्टार हो, ये जावानी है दिवानी हो, राजनीति हो, संजू हो या फिर रॉकेटसिंह हो इन सबमें आप रणवीर को देखेंगे तो आप यकीन कर पाएंगे कि एक्टिंग भी कोई चीज है जिसको निभाना रणवीर से अच्छा कोई नहीं जानता है। पर इन सब बातों के बाद एक ऐसी बात जो हर किसी के मन में आती है वो ये है कि इतने अच्छे किरदारों के बाद भी रणवीर सुपरस्टार की लिस्ट में सामिल क्यूं नही हो रहे है। क्या सच में खानों की जगह पर आना इतना मुश्किल है, क्या आज भी मेहनत से ज्यादा मनोरंजन में खान का सिक्का चलता है।
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