नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) से बीजेपी के 12 विधायकों को एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पीठासीन अधिकारी भास्कर जाधव से बदसलूकी करने पर बीजेपी के 12 विधायक महाराष्ट्र विधानसभा से एक साल के लिए निलंबित किए गए। महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय मानसून सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई।
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विधायकों पर हुई कार्रवाई
जिन बीजेपी विधायकों को एक साल के निलंबित किया गया है उसमें संजय कुटे, आशीष शेलार, अभिमन्यु पवार, गिरिश महाजन, अतुल भटखल्कर, पराग अलवणी, हरीश पिंपले, राम सातपुते, जयकुमार रावल, योगेश सागर, नारायण कूचे और कीर्ति कुमार का नाम शामिल है।
ध्वनि मत से पारित हुआ प्रस्ताव
राज्य के संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब ने विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे ध्वनि मत से पारित कर कर दिया गया। परब ने कहा कि इन 12 विधायकों को निलंबन की अवधि के दौरान मुंबई और नागपुर में विधानमंडल परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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फडणवीस ने जताई आपत्ति
देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी सदस्यों ने फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि विपक्ष सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करेगा। फडणवीस ने कहा, ‘यह एक झूठा आरोप है और विपक्षी सदस्यों की संख्या को कम करने का प्रयास है। ऐसा इसलिये किया गया क्योंकि हमने स्थानीय निकायों में ओबीसी कोटे पर सरकार के झूठ को उजागर किया है।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी सदस्यों ने पीठासीन अधिकारी को गाली नहीं दी।
बता दे इससे पहले, एनसीपी नेता और सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बीजेपी सदस्यों पर भास्कर जाधव के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया और साथ ही इस मुद्दे पर राज्य विधानसभा की कार्यवाही को चार बार स्थगित किया गया।