नई दिल्ली। यूपी विधासभा चुनाव (UP Assembly Election) से ठीक पहले बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। योगी आदित्यनाथ कैबिनेट (Yogi Adityanath cabinet) में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) ने पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है। राज्यपाल को भेजे इस्तीफे में स्वामी प्रसाद मौर्या ने बढ़ती बेरोजगारी, दलितों-पिछड़ों के प्रति बीजेपी सरकार के व्यवहार और व्यापारियों की उपेक्षा को अपने इस्तीफे की वजह बताई है।
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भाजपा के तीन विधायको ने दिया इस्तीफा
बता दें कि Swami Prasad Maurya के इस्तीफे के बाद तीन बीजेपी विधायकों ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है। फिलहाल बिल्हौर से विधायक भगवती सागर, बांदा से विधयाक बृजेश प्रजापति और शाहजहांपुर से बीजेपी के विधायक रोशन लाल ने इस्तीफ़ा दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने बीजेपी का साथ छोड़कर सपा ज्वॉइन कर लिया है।
पार्टी के उपेक्षात्मक रवैये के चलते इस्तीफा
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि, मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं लेकिन बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से बीजेपी की सांसद के तौर पर अपना काम करती रहेंगी। BJP ने कई नेताओं को झटका दिया है और अब मैं उन्हें झटका दे रहा हूं। पार्टी के उपेक्षात्मक रवैये के चलते मैं ये फैसला लेने के लिए मजबूर हुआ हूं। राज्यपाल को मैंने स्पष्ट बता दिया है कि किन वजहों से मुझे इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 5 सालों से हम उपेक्षा झेल रहे थे। अभी दर्जनों का इस्तीफा बाकी है।
क्या है इस्तीफे की वजह?
स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस्तीफे में लिखा कि, माननीय राज्यपाल जी, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है। किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।
दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। pic.twitter.com/ubw4oKMK7t
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) January 11, 2022
अखिलेश यादव ने किया स्वागत
स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) के इस्तीफे के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर उनका स्वागत किया है। अखिलेश ने ट्वीट किया कि, सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा, 2022 में बदलाव होगा। इसके अलावा अलावा नसीमुद्दीन सिद्दीकी के भी जल्द ही सपा में शामिल होने की चर्चाएं हैं।
सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता श्री स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा#बाइसमेंबाइसिकल pic.twitter.com/BPvSK3GEDQ
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 11, 2022
कौन हैं स्वामी प्रसाद मौर्या?
स्वामी प्रसाद मौर्या यूपी सरकार में मंत्री हैं और 5 बार विधायक रह चुके हैं। इसके साथ ही पिछड़े समाज के बड़े नेता माने जाते हैं और 80 के दशक से राजनीति में हैं। वहीं, बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2012 से 2016 तक यूपी विधानसभा के नेता विरोधी दल रहे है। स्वामी प्रसाद मौर्य 8 अगस्त 2016 को बीजेपी में शामिल हुए थे।इनकी बेटी संघमित्रा मौर्या बदायूं से बीजेपी सांसद हैं। बीजेपी से पहले लोकदल और बसपा में रह चुके हैं।