नई दिल्ली/झारखंड ब्यूरो/उमेश सिन्हा। हजारीबाग जिला अंतर्गत कटकमदाग प्रखंड में संचालित बानादाग रेलवे कोल साइडिंग के विरोध में हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल का जोरदार विरोध आरंभ हो गया है। विरोध में आज मनीष जायसवाल का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन कार्यक्रम निर्धारित समय के अनुसार प्रखंड क्षेत्र में के बानादाग, कटकमदाग, बांका और कुसुंभा में दर्जनों लोगों ने को भी गाइडलाइन का पालन करते हुए किया। पुतला दहन के दौरान रैयत और पीड़ित किसान अपने बर्बाद हुए फसल की मुआवजा की मांग कर रहे थे।
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बता दें कि अपनी मांगों को लेकर रैयत और किसानों ने हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक मनीष जायसवाल ने भाजपा कार्यकर्ताओं के सहयोग से जो गुंडागर्दी का खेल शुरू किया है उस पर आप कानूनी जंग शुरू हो गया है। 31 अगस्त को हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के समक्ष ही भाजपा के कार्यकर्ता और उनके समर्थक रैयत को अपना हक और अधिकार मांगने पर लाठी-डंडे से पीटते हैं जिस का पुतला दहन कर हम सभी रयत घोर निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक रैयत को मुआवजा नहीं मिलता है और किसानों को फसल बर्बादी का उचित मूल्य नहीं मिलता है तब तक बांदा कोयला साइंडिंग पर आंदोलन चलता रहेगा। यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा जिसे हम सभी सुप्रीम कोर्ट तक भी खींच के ले जाएंगे। रैयत और पीड़ित किसानों ने कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते भाजपा के गुंडे जब रैयत को पीट रहे थे तब उन्हें समझा-बुझाकर मामले को शांत कर आना चाहिए था ना कि और इशारा करके रैयत को पीटने का अवसर प्रदान करना चाहिए था। इस प्रखंड अंतर्गत हजारीबाग सदर विधायक मनीष जयसवाल के विरोध में बांका, कुसुंभा कटकमदाग और बानादाग में अलग-अलग स्थानों पर विधायक के फोटो के साथ पुतला दहन किया गया और विरोधाभास नारे लगाए गए।
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पुतला दहन के बाद कटकमदाग प्रखंड में बाना दाग साइडिंग से जुड़े रैयत के गांव में पुलिस की महकमा दौड़ पड़ी। कटकमदाग, बानादाग, बांका और कुसुंबा गांव को पूरे तरीके से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। पीड़ित किसान और रैयत के साथ आम जनमानस को भी घर से नहीं निकलने की मनाही कर दी गई। किसी को भी जुलूस और अन्य कार्यक्रम में शामिल होने पर कानूनी कार्रवाई करने का अनाउंसमेंट करा दिया। पुलिस पुतला दहन कार्यक्रम के बाद चारों गांव में लगातार मार्च कर रही थी।