नई दिल्ली: हमारी पृथ्वी (Earth) के ऊर्जा (Energy) स्रोत सूर्य (Sun) से लगातार भयानक सौर लपटें उठ रही हैं। पिछले सप्ताह से आरम्भ (Start) हुआ यह सिलसिला लगातार जारी है। वैज्ञानिकों के अनुसार इन सौर लपटों के उठने से पावर ग्रिड (Power Grid) और पृथ्वी की ऑर्बिट (Orbit) में घूम रहे उपग्रहों को हानि (Harm) पहुंच सकता है। वैज्ञानिकों ने बताया कि – एक नवंबर से लेकर अब तक सूर्य में तीन बार भारी विस्फोट हो चुका है। इसे Coronal Mass Ejections कहते है।
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Space Dot Com की ओर से Share किए गए Video में नजर आ रहा है कि Sun से लगातार सौर लपटें निकल रही हैं। इनमें से कई ‘सौर लपटें’ सीधे ‘पृथ्वी’ की ओर आ रही हैं। इसी कारण से पिछले दिनों ‘नासा’ ने सौर तूफान को लेकर ‘वॉर्निंग’ दी थी। Coronal Mass Ejections की वजह से अंतरिक्ष में ‘Gas’ का गुबार और चुंबकीय क्षेत्र पैदा होता है। अब तक AR2887, AR2891 विस्फोट हो चुका है। वहीं तीसरा विस्फोट भी पिछले दिनों हुआ है जिसे राक्षस की संज्ञा दी जा रही है।
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कोरोनल मास इजेक्शन कम या ज्यादा तीनों ही बार पृथ्वी की ओर आया हैं। वैज्ञानिकों ने वॉर्निंग दी है कि – गुरुवार से बड़े पैमाने पर कोरोनल मास इजेक्शन पृथ्वी पर आएंगे और गुरुवार से जिओमैग्नेटिक तूफान पैदा हो सकते हैं। अमेरिका के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान सेंटर ने बताया कि एक छोटा जिओमैग्नेटिक तूफान बुधवार को आया था. और गुरुवार को मध्यम दर्जे का तूफान आएगा।
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सेंटर ने कहा कि – इन तूफानों की वजह से पावर ग्रिड में समस्या आ सकती है. और सैटलाइट के परिक्रमा पथ में दिक्कत आ सकती है। इस सौर तूफान के कारण से न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन और अन्य राज्यों में अंतरिक्ष में नार्दन लाइट्स नजर आ सकती हैं। धरती के पास अंतरिक्ष का मौसम कोरोनल मास इजेक्शन के कारण तय होता है। ये सूरज पर होने वाले विस्फोटों से पैदा मैग्नेटाइज्ड प्लाज्मा होता है जो अंतरिक्ष में ट्रैवल करते हुए धरती की ओर आता है।
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