नई दिल्ली। यूपी एटीएस (UP ATS) ने बड़ी कारवाई करते हुए आतंकी संगठन अलकायदा (Terrorist organization al-Qaeda) से जुड़े दो खतरनाक आतंकियों को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने इन दोनों आतंकियों को रविवार लखनऊ से गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो प्रेशर कुकर बम और एक पिस्टल बरामद किया गया है। खबर के मुताबिक इन दोनों आतंकियों ने 15 अगस्त को कई शहरों में मानव बम के जरिये धमाके की साजिश रची थी।
TMC में बड़े फेरबदल की तैयारी ,पीके और ममता के बीच हुई ‘अहम’ बैठक
अलकायदा से जुड़े दो आतंकियों तार
यूपी एटीएस (UP ATS) ने जिन आतंकियों को गिरफ्तार किया है। उन आतंकियों का तार आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़ा हुआ है। खबरों की माने तो इन आतंकियों का लखनऊ समेत यूपी के कई शहरों में ब्लास्ट करने का प्लान था जिसे यूपी एटीएस ने नाकाम कर दिया है। आतंकियों ने पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा किया है कि ये इंटरनेट के जरिए अलकायदा आतंकियों के संपर्क में आया था। अलकायदा आतंकियों के कहने पर बम इन्होंने बम बनाया, ये बम बनाने में सफल हो गए थे, बस अब टारगेट चुनने की प्रक्रिया चल रही थी। अलकायदा के ये दोनों संदिग्ध DIY मॉड्यूल यानी ‘Do it yourself’ पर काम कर रहे थे।
क्या सच में आएगी कोरोना की तीसरी लहर? AIIMS डॉक्टर ने कही ये बात…
आतंकियों के निशाने पर कई बड़े शहर
एडीजी लॉ एड ऑडर प्रशांत कुमार (Prashant Kumar) ने बताया कि आतंकी मसीरुद्दीन और मिनहाज का संबंध अलकायदा समर्थित आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिंद से है। उन्होंने बताया कि मसीरुद्दीन के घर से प्रेशर कुकर बम बरामद किया गया। इसे निष्क्रिय कर दिया गया है। जबकि मिनहाज के घर से विस्फोट के लिए तैयार किया जा रहा प्रेशर कुकर और एक पिस्टल बरामद किया है। एडीजी ने बताया कि इन आतंकियों के निशाने पर कई बड़े शहर थे। ये स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश को विस्फोट से दहलाने की साजिश रच रहे थे, इसके लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर विस्फोट के लिए मानव बम भी तैयार किए जा रहे थे। वहीं एटीएस सूत्रों की मानें तो इन आतंकियों का प्लान लखनऊ के अलावा कानपुर, अयोध्या, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा और आगरा में सीरियल ब्लास्ट की तैयारी थी।
Jagannath Rath Yatra 2021: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित इन नेताओं ने दी शुभकामनाएं
क्या है अलकायदा
बता दे कि अलकायदा की स्थापना 1988 में सोवियत अफगान वार के दौरान हुई थी। वर्ष 2014 में अलकायदा के कमांडर अल जवाहिरी ने भारत में अपना नेटवर्क बनाना शुरु किया था। भारत में इसका कमांडर मूल रूप से संभल के रहने वाले असीम उमर को बनाया गया था, जो बाद में पाकिस्तान में शिफ्ट हो गया। वह 23 सितंबर 2019 को अमेरिका और अफगानिस्तान के संयुक्त आपरेशन में मारा गया। उसके बाद से उमर हलमंडी कमान संभाल रहा है।
बता दें कि यूपी एटीएस फिलहाल आतंकियों की बड़ी साजिश के अंजाम को नाकाम कर दिया है और शहर के विक्षिन्न जगहों पर लगातार छापेमारी कर रही है।