नई दिल्ली: महाराष्ट्र (Maharashtra) में भारी बारिश और नदियों में उफान आने से लोग बुरी फंस गए हैं। मुंबई से सटे रायगढ़ जिले के महाड में कुल तीन जगहों पर भूस्खलन हुआ है। तीन जगहों पर भूस्खलन होने से कई घर दब गए हैं, जिसमें 36 लोगों की मौत हुई है। यहां के तलई में 32 लोगों की मौत हुई है और साखर सुतार वाड़ी में चार लोगों की मौत हुई है। दोनों जगहों पर करीब 15 लोगों को बचाया गया है
Mumbai में भारी बारिश से 31 की मौत, कई जगह पानी की सप्लाई ठप
30-35 लोगों की तलाश जारी
वहीं 30-35 लोगों की अभी भी तलाश जारी है. महाड में सावित्री नदी खतरे के निशान से ऊपर बहकर सब कुछ डुबा रही है। महाड और खेड में NDRF और कोस्टगार्ड की मदद ली जा रही थी। अब बचाव के लिए नौसेना की टीम भी मदद कर रही है। महाड से थोड़ा पहले दासगांव, टोल नाके के पास नौसेना की टीम अपने साथ लाए बोट पानी में उतारकर मदद कर रही है। इसके आगे सड़क पर भी पानी भरा है।
हजारों लोग अब भी फंसे
वहीं फिलहाल रातभर से बारिश रुकी होने की वजह से रत्नागिरी के खेड़ में जहां बाढ़ का पानी जमा हुआ था वह अब उतरने लगा है। चिपलूण में अब भी पानी भरा है। हजारों लोग अब भी फंसे हैं। उनके रिश्तेदार जो चिपलूण से बाहर हैं, वे सोशल मीडिया के जरिये अपनों को वहां से सुरक्षित निकालने की गुहार लगा रहे हैं।
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इगतपुरी में कसारा घाट पर चट्टान खिसकने और तेज बारिश से मध्य रेल की पटरी तक बह गई, मुंबई से सटे कल्याण और भिवंडी को भी बारिश के पानी ने अपनी आगोश में ले लिया। सांगली में भी कृष्णा नदी में भी पानी तेजी से भर रहा है। नदी का पानी खतरे के निशान के करीब कभी भी पहुंच सकता है इसलिए आसपास के इलाकों में लोगों को घर खाली कर सुरक्षित जाने की चेतावनी दी गई है।