नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला (Shimla) में संसद और राज्यों के विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों के तीन-दिवसीय शताब्दी सम्मेलन का उद्घाटन पीएम मोदी ने आज किया। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि – हमें देश को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाना है। Covid Pandemic की लड़ाई में सभी राज्यों ने एकजुटता के साथ काम किया जो कि ऐतिहासिक कार्य है।
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Hindustan 110 करोड़ वैक्सीन डोज (Vaccine Dose) का आंकड़ा पार कर गया है। अब समय अपनी सफलताओं को आगे बढ़ाने का है और साथ ही नए दृश्टिकोण के साथ नए नियम और नीतियां भी बनानी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि – हमारे सदन की परंपराएं और व्यवस्थाएं स्वभाव से हिंदुस्तानी हों। हमारी नीतियां, कानून भारतीयता के भाव को, ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को मजबूत करने वाले हों।
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सबसे महत्वपूर्ण, सदन में हमारा खुद का भी आचार-व्यवहार हिंदुस्तानी मूल्यों के अनुसार हो। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि – ये हम सबकी ज़िम्मेदारी है। हिंदुस्तान विविधताओं से भरा हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि – विधानसभा सदनों में वर्ष में तीन चार दिन ऐसे रखे जा सकते हैं जिनमें समाज के लिए कुछ विशेष कर रहे जनप्रतिनिधि अपने अनुभव बताएं। सदन में सार्थक चर्चा और परिचर्चा बहुत आवश्यक है।
युवा, महिला जनप्रतिनिधियों को सदन में ज्यादा से ज्यादा बोलने का मौका मिलना चाहिए। पीएम नरेंद्र मोदी ने वन नेशन, वन लेजिस्लेशन का मंत्र भी दिया हैं। मोदी ने कहा कि – एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म/पोर्टल बनाया जाए जिसमें केवल संसदीय व्यवस्था की जानकारी मिल सके। सभी राज्य डिजिटल तकनीक पर काम करें।
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