नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ पिछले 51 दिनों से किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। इसी कड़ी में आज कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर फिर निशाना साधा और कहा कि इन तीनों कानूनों को वापस लिए जाने तक उनकी पार्टी पीछे नहीं हटेगी। आगे उन्होंने कहा मोदी-माया टूट गयी, मोदी सरकार का अहंकार भी टूटेगा लेकिन अन्नदाता का हौसला ना टूटा है, ना टूटेगा। सरकार को कृषि विरोधी क़ानून वापस लेने ही होंगे।
मोदी-माया टूट गयी, मोदी सरकार का अहंकार भी टूटेगा लेकिन अन्नदाता का हौसला ना टूटा है, ना टूटेगा।
सरकार को कृषि विरोधी क़ानून वापस लेने ही होंगे!#SpeakUpForKisanAdhikar pic.twitter.com/xa2BhS5s2O
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 15, 2021
नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली में कांग्रेस ने राजभवन का घेराव किया, इस प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने की। वहीं अब मिल रही जानकारी के अनुसार दिल्ली में राजभवन का घेराव करने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा अब जंतर-मंतर पहुंच चुके हैं। जहां पर कांग्रेस सांसद पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे लोगों से मुलाकत की।
दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कृषि कानूनों के खिलाफ जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों से मिले। #FarmersProtest pic.twitter.com/MpQLE2oruq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2021
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राहुल का पीएम मोदी पर निशाना
प्रदर्शन के दौरान राहुल गांधी ने कहा, कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के माध्यम से किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया था। कांग्रेस ने उसे रोका। भाजपा एक बार फिर किसानों पर आक्रमण कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ये तीनों कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं। सरकार कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।
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कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी
कांग्रेस नेता ने कहा, कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। सरकार जब तक ये कानून वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है। इससे पहले, राहुल गांधी ने ट्वीट किया, देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ़ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने शुक्रवार को ‘किसान अधिकार दिवस’ मनाया। इसके तहत पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया और राज्यपालों एवं उप राज्यपालों को ज्ञापन सौंपें। मुख्य विपक्षी पार्टी ने आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में ‘स्पीकअप फॉर किसान अधिकार’ हैशटैग से सोशल मीडिया अभियान भी चलाया।