नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने शुक्रवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात कर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया। दिल्ली से लेकर देहरादून तक दिन भर चली मुलाकातों और बैठकों के दौर के बाद रावत ने रात करीब साढ़े ग्यारह बजे अपने मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। रावत ने अपनी सफाई देते हुए बताया कि उनके इस्तीफा देने का मुख्य कारण संवैधानिक संकट था, जिसमें निर्वाचन आयोग के लिए चुनाव कराना मुश्किल था।
सीएम की गद्दी का कौन है दावेदार
- त्रिवेंद्र सिंह – त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर ही तीरथ सिंह को उत्तराखंड का सीएम बनाया गया था। चर्चा है कि अब त्रिवेंद्र को फिर से राज्य की मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। 2007-2012 में भी बीजेपी ने इस तरह का प्रयोग किया था।
- सतपाल महाराज – पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी सीएम पद के दावेदार बताए जा रहे हैं। सतपाल महाराज ने उत्तराखंड के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- धन सिंह रावत – मुख्यमंत्री पद की रेस में राज्य सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। रावत श्रीनगर विधानसभा से विधायक हैं। धन सिंह आरएसएस कैडर से आते है।
- हरक सिंह रावत – करीब डेढ़ महीने पहले कोरोना महामारी से जुड़ी घटनाओं का जिक्र करते समय कैमरे के सामने रो देने वाले कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का नाम भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में बताया जा रहा है।
- बंशीधर भगत – उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत भी सीएम पद के दावेदारों में शामिल हैं।
- पुष्कार धामी -उधम सिंह नगर जनपद की सीमांत विधानसभा खटीमा के विधायक पुष्कर सिंह धामी का नाम भी सीएम के दावेदार के रूप में सामने आ रहा है। इससे पहले उनका नाम प्रदेश के डेप्युटी सीएम के लिए चल रहा था।
बता दे प्रदेश में फिलहाल विधानसभा की दो सीटें, गंगोत्री और हल्द्वानी रिक्त हैं। भाजपा विधायक गोपाल सिंह रावत का इस वर्ष अप्रैल में निधन होने से गंगोत्री जबकि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश के निधन से हल्द्वानी सीट खाली हुई है