नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 18 जुलाई को नेल्सन मंडेला (Nelson Mandela) के जयंती की याद में नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। नेल्सन मंडेला को अफ्रीका का ‘गांधी’ कहा जाता था। दुनिया भर में शांति के दूत के रूप में प्रसिद्ध नेल्सन मंडेला का रंग भेद के खिलाफ लड़ाई में योगदान कोई भुला नहीं सकता। मंडेला गांधी की तरह ही अंहिसा के रास्ते पर चलने वाले व्यक्ति थे। मंडेला ने रंग भेद के खिलाफ लड़ते हुए 27 साल जेल में काटे थे।
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नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस केवल सार्वजनिक अवकाश के लिए नहीं मनाया जाता है। इसे सामुदायिक सेवा और स्वंयसेवा के जरिए नेल्सन मंडेला के मूल्यों और उनकी महान विरासत को सम्मान देने के दिन के तौर मनाया जाता है। इस दिन 46664 अभियान भी मनाया जा है उनकी कैद के दौरान उनका बिल्ला नंबर था। यह अभियान मूलतः एचआईवी/एड्स के लिए जागरुकता के लिए चलाया गया था। 1995 में चिलरन फंड और 1999 में नेल्सन मंडेला फाउंडेशन की स्थापना की गई थी।
Thabo Mbeki’s Xhosa poem bidding farewell to Nelson Mandela in parliament in 1999 is known enough. It’s 👌🏾
Happy Nelson Mandela Day. pic.twitter.com/MrIj1JltKO— Khaya Dlanga (@khayadlanga) July 18, 2021
नेल्सन मंडेला अन्तर्राष्ट्रीय दिवस (Nelson Mandela International Day) का निर्णय 18 जुलाई 2010 को हुआ था। यह निर्णय एक ऐसे महान व्यक्ति को सम्मानित करने के लिए लिया गया जिसने आम लोगों की भलाई के लिए न सिर्फ काम किया अपितु उसकी कीमत भी चुकाई।
जब संयुक्त राष्ट्र ने नवंबर 2009 को आधिकारिक रूप से नेल्सन मंडेला इंटरनेशनल डे की घोषणा की थी। मूल रूप से यह मंडेला का ही विचार था कि उनके जन्मदिन को मंडेला डे की तरह मनाया जाए। अपने 90वें जन्मदिन पर उन्होंने कहा था, “अब समय आ गया है कि नए हाथों को बोझ उठाना चाहिए, अब यह आपके हाथों में है।
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11 फ़रवरी 1990 को 27 साल कारागार में बिताने के बाद उनकी रिहाई हुई। रिहाई के बाद समझौते और शान्ति की नीति द्वारा उन्होंने एक लोकतान्त्रिक एवं बहुजातीय अफ्रीका की नींव रखी। 1994 में दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद रहित चुनाव हुए। अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस ने 62 % मत प्राप्त किए और बहुमत के साथ उसकी सरकार बनी। 10 मई 1994 को मंडेला अपने देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बने।
दक्षिण अफ्रिका में रंगभेद के खिलाफ बहुत ही लंबा संघर्ष करने के लिए नेल्सन मंडेला नेल्सन मंडेला ने जाना जाता है। उन्हें 27 साल तक जेल में रखा गया था। वे महात्मा गांधी के विचारों को मानते हुए अहिंसा पर विश्वास करते थे और उन्होंने दक्षिण अफ्रिका में रंगभेद की खिलाफ जेल में रह कर भी संघर्ष नहीं छोड़ा। साल 2021 में नेल्सन मंडेला अंतरराष्ट्रीय दिवस की थीम है, “एक हाथ दूसरे को खाना खिला सकता है।”
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